आज प्रभु यीशु हुए थे पुनः जीवित, ईस्टर पर फादर ने इस अनुभव को बताया दर्दनाक

आज का दिन ईसाई धर्म के लिए बेहद खास माना जाता है. इस वर्ष 12 अप्रैल को ईस्टर मनाया जा रहा है. इस दिन प्रभु यीशु के पुनः जीवित होने पर जश्न और उत्सव मनाया जाता है. ऐसे में पूरा देश अपने घरों में कैद है, जिसके चलते गोवा की राजधानी पणजी के एक चर्च में आधी रात को बिना समूह के प्रार्थना आयोजित की गई.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि ईस्टर की मध्यरात्रि की प्रार्थना पणजी में Our Lady of the Immaculate Conception Church(लेडी अवर लेडी ऑफ द इमैक्युलेट कॉन्सेप्ट चर्च) में आयोजित की गई थी. देश में 21 दिनों के लॉकडाउन के प्रतिबंधों को ध्यान में रखते हुए इसमें किसी भी समूह को शामिल नहीं किया गया.

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लॉकडाउन के बीच मीडिया से बात करते हुए फादर वाल्टर डी सा, पैरिश प्रीस्ट ने कहा कि यद्यपि ईस्टर एक खुशी का अवसर था, लेकिन इसे मण्डली के बिना मनाना एक दर्दनाक अनुभव था. उन्होंने कहा कि COVID-19 के प्रकोप और लॉकडाउन ने हमें इसे चर्च के भीतर मनाने के लिए मजबूर किया है, लेकिन हम आशा करते हैं कि यीशु मसीह के पुनरुत्थान से हमें उम्मीद करते हैं कि सब कुछ ठीक हो जाएग.

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