53 फीसदी कोरोना मरीज में नहीं है फेफड़े से जुड़ा संक्रमण, जाने

कोरोना काल में एक डराने वाली न्यूज सामने आई है.ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज, दिल्ली में जुलाई और अगस्त के माह में जो कोरोना रोगी सामने आए, उनके फेफड़ों में संक्रमण के लक्षण नहीं मिले, जिससे पता चलता है कि इस वायरस की पहुंच फेफड़ों के अलावा भी कई अंगों तक है. एम्स के कार्डियोलॉजी और न्यूरोलॉजी डिपार्टमेंट के एक्सपर्ट्स के अनुसार, कोरोना संक्रमण अब एक बहुअंगीय रोग बन गए है.

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एम्स के निर्देशक चिकित्सक रणदीप गुलेरिया का मानना है कि जिसे हमने आसान वायरल निमोनिया समझा था, उसका असर फेफड़ों के आगे भी है. जैसे-जैसे हमें अधिक सूचना मिली है, उससे समझ आया कि यह वायरस सीमित नहीं है.बताया गया है कि जुलाई-अगस्त में जो 122 कोरोना मरीज एम्स आए, उनमें 53 फीसदी में फेफड़ों के संक्रमण से जुड़े कोई लक्षण नहीं मिले.इनमें 30 फीसदी में पहले से कोई बीमारी नहीं थी.21 प्रतिशत लोगों में डायबिटीज और 20 प्रतिश्त में हाईपरटेंशन की समस्या थी.इसके अलावा कुछ में ट्रांसप्लांट्स, कैंसर और एचआईवी जैसे रोग पहले से ही पाई गईं।

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दूसरी ओर देश में कोरोनावायरस से संक्रमण के मामले निरंतर बढ़ते जा रहे हैं.बीते 24 घंटे में भारत में कोरोना के अब तक के सबसे अधिक 75 हजार 760 नए केस दर्ज हुए हैं.इसी के साथ भारत में अब कोरोना संक्रमितों की संख्या 33 लाख के पार पहुंच गई है.इतना ही नहीं देश में पिछले एक दिन में 1023 लोगों की जान भी गई है और अब कुल मृत्यु का आंकड़ा 60 हजार 472 पर पहुंच गया है.इस लिहाज से भारत अभी दुनिया में कोरोना से मृत्यु के केस में चौथे स्थान पर है।

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