भारतीय मोबाइल उद्योग पर पड़ा इस वायरस का असर, रिसर्च रिपोर्ट में हुआ खुलासा

चीनी में सबसे ज्यादा कोरोना वायरस का कहर देखने को मिल रहा है. इस वायरस का सबसे अधिक असर भारतीय मोबाइल उद्योग पर पड़ने लगा है. इसका असर मध्य मार्च के बाद दिखने लगेगा. मीडिया​ रिपोर्ट के अनुसार कोरोना वायरस ने वैश्विक टेक दिग्गजों की 2020 की योजनाओं को बाधित किया है. इसके चलते कई वैश्विक प्रमुख सम्मेलनों को रद या स्थगित करना पड़ा है. इससे इस साल की दूसरी तिमाही तक चीन से भारत स्मार्टफोन के कंपोनेंट्स ( मोबाइल पार्ट्स) की आपूर्ती बाधित होगी.  

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बीते कुछ सालों में भारत में स्मार्टफोन निर्माण में तेजी आई है, लेकिन देश अभी भी इसकी कंपोनेंट्स की आपूर्ति के लिए काफी हद तक चीन पर निर्भर है. काउंटरपॉइंट रिसर्च के एसोसिएट डायरेक्टर तरुण पाठक ने कहा है कि पहली तिमाही (जनवरी-मार्च अवधि) में भारत के स्मार्टफोन बाजार की शिपमेंट में कम से कम 15 फीसद गिरावट देखने को मिलेगी. पाठक ने आगे आइएएनएस को बताया कि जो भी शिपमेंट भारत आने वाले थे, वे फरवरी के अंत तक आ गए हैं. लेकिन समस्या इस महीने बड़ी होने वाली है, क्योंकि चीनी मैन्युफैक्चरिंग प्लांट पिछले महीने लगभग बंद थे. इसपर कड़ी निगरानी रख रहे हैं और उद्योग की स्थिति के बार में लगातार दे रहे हैं, जो इस समय काफी कमजोर है.

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आपकी जानकारी के लिए बता दे कि काउंटर प्वॉइंट रिसर्च के रिसर्च डायरेक्टर पीटर रिचर्डसन ने बताया कि पहली छमाही में लॉन्च होने वाले नए उपकरणों पर प्रभाव पड़ेगा.चीनी कारखाने ठीक से काम नहीं करेंगे. यहां सभी कारखाने धीरे-धीरे और सावधानी से संचालन फिर से शुरू करेंगे. चीन में स्मार्टफोन की बिक्री में लॉकडाउन अवधि के दौरान 30 प्रतिशत की गिरावट देखी जा सकती है, जो मार्च के अंत तक चलने की संभावना है. इसका असर दूसरे तिमाही तक देखने को मिल सकता है.

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