देश में 35 रुपए किलो बिक रहा चिकन, लेकिन फिर भी नहीं खरीद रहे लोग

नई दिल्ली: कोरोना वायरस के बढ़ते कहर के बीच देश में चिकन की बिक्री में 50 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है. पिछले एक माह में इसके मुख्य 70 फीसद से अधिक गिर गए हैं. गोदरेज एग्रोवेट के एक उच्च अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि सोशल मीडिया पर इस किस्म की अफवाह चल रहे हैं कि चिकन से कोरोना वायरस फैल सकता है. इससे मार्केट में चिकन के दाम और बिक्री दोनों में गिरावट दर्ज की गई है.

गोदरेज एग्रोवेट के प्रबंध निदेशक बी एस यादव ने कहा कि ग्रुप की पॉल्ट्री शाखा - गोदरेज टायसन फूड्स को भी मुश्किलें आई है, क्योंकि गत एक माह में इनकी बिक्री में 40 फीसद की भारी कमी आई है. इससे पहले कंपनी की हफ्ते भर में छह लाख चिकन की बिक्री होती थी, जिसमें बहुत गिरावट आई है. उन्होंने कहा है कि हालांकि, अगले 2-3 महीनों में अगर अफवाहों पर विराम लगता है, तो इसके बाद चिकन की खपत भी बढ़ जाएगी और फिर देश में चिकन की किल्लत हो जाएगी. इसकी वजह से कीमतों में भारी बढ़ोतरी हो सकती है.

यादव ने कहा कि देश में एक हफ्ते में होने वाली चिकन की बिक्री 7.5 करोड़ के मुकाबले घटकर 3.5 करोड़ चिकन ही रह गई है, जबकि बीते एक महीने में जो थोक कीमत 100 रुपये किलो थी वह बाजार में अब कम होकर 35 रुपये प्रति किलोग्राम रह गई हैं, जबकि इसकी लागत तक़रीबन 75 रुपये प्रति किलोग्राम बैठती है. लेकिन इसके बाद भी ग्राहक चिकेन खरीदने नहीं आ रहे हैं.

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