भुवनेश्वर: भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आरोप लगाया है कि बीजद सरकार ने कृषि क्षेत्र में नज़रअंदाज़ी की है, जिस कारण ओडिशा में कई किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हुए हैं. भाजपा राज्य इकाई के प्रमुख बसंत पांडा ने शुक्रवार को संवाददाताओं से कहा कि सरकार आसान ऋण नहीं मुहैया कराने में नाकाम रही है, इस कारण किसानों को महाजनों से काफी ऊंचे ब्याज दर पर ऋण लेना पड़ता है, जिससे उनपर बोझ बढ़ रहा है. क्या आप भी बढ़ाना चाहते हैं अपनी क्रेडिट लिमिट, तो इन चीज़ों का रखें ध्यान बसंत पांडा ने कहा कि फसल खराब होने के कारण कई किसान ऋण चुकाने में असफल रहे और कर्ज से दबे होने के करने उन्होंने आत्महत्या का रास्ता चुना. उन्होंने कहा कि सरकार किसानों को खाद, बीज और सिंचाई जैसी सुविधाओं के बारे में जानकारी उपलब्ध कराने में भी नाकाम रही, किसानों को उनके उत्पादों के लिए केंद्र सरकार द्वारा निर्धारित न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) भी राज्य सरकार द्वारा नहीं दिया जा रहा है. एटीएम के एक्स्ट्रा चार्ज से हैं परेशान, तो ये है आपका समाधान आत्महत्या करने वाले किसानों की सूची दिखाते हुये पांडा ने राज्य सरकार से आग्रह किया कि वे शीघ्र ही ऐसे आत्महत्या करने वाले किसानों के परिजन को मुआवज़ा राशि प्रदान करें. उन्होंने किसानों को ब्याज मुक्त ऋण देने की मांग करते हुए कहा कि इस तरह की सुविधा कई सारे भाजपा शासित राज्यों में दी जा रही है. वहीं पांडा के आरोपों का खंडन करते हुए, बीजद नेता अरूण साहू ने कहा कि ओडिशा को चार बार राष्ट्रीय ‘कृषि कर्मण अवार्ड’ मिला है और अन्य राज्यों की अपेक्षा ओडिशा में किसानों की स्तिथि अधिक बेहतर है. खबरें और भी:- अगर आप भी लेना चाहते हैं लोन, तो रखे इन बातों का ध्यान कारोबार के मामले में भारत ने लगाई बड़ी छलांग, वर्ल्ड बैंक के अध्यक्ष ने दी बधाई अब कर पाएंगे एटीएम को स्विच ऑफ, एसबीआई लाया नया फीचर