मेवात: 8 जनवरी (सोमवार) को हिंदू संगठनों से जुड़े कार्यकर्ता बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल का दिल्ली के AIIMS में निधन हो गया है। खुद पर हुए हमले के बाद वह एक महीने से अधिक समय से अपने जीवन के लिए संघर्ष कर रहे थे। गौरतलब है कि 13 दिसंबर को हरियाणा के फरीदाबाद की डबुआ कॉलोनी में हिंदू कार्यकर्ता बिट्टू बजरंगी के परिवार पर हमला किया गया था और हमलावरों ने उनके भाई महेश पांचाल पर थिनर डालकर जिंदा जलाने का प्रयास किया था। जिसके बाद पीड़ित महेश पांचाल को गंभीर हालत में अस्पताल ले जाया गया। वह गंभीर रूप से झुलस गए थे, लगभग 60% और उनकी हालत गंभीर थी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, महेश को जलाने वाले हमलावरों ने पहले उसे पकड़ने और जलाने की कोशिश की, लेकिन वे नाकाम रहे। इसके बाद, उन्होंने महेश पर थिनर डाला और उसे आग लगा दी। खबर के अनुसार, हमलावरों ने सबसे पहले बिट्टू बजरंगी के भाई महेश पांचाल की पहचान की पुष्टि की थी। उन्होंने पुछा था कि, 'क्या आप बिट्टू बजरंगी के भाई हैं?' जब महेश ने इस सवाल पर हां कहा तो उन्होंने उस पर थिनर डालकर आग लगा दी। आग बुझाने के लिए महेश तुरंत नाले में कूद गया और अपने घर चला गया, क्योंकि कोई भी उसकी मदद के लिए आगे नहीं आया। आखिरकार जब महेश किसी तरह अपने घर पहुंचा, तो बिट्टू बजरंगी उसे अस्पताल ले गया। उसे जलाने के बाद आरोपी वहां से फरार हो गए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हमलावरों द्वारा इस्तेमाल की गई सफेद वैगनआर पर कोई रजिस्ट्रेशन नंबर नहीं था। इसके अलावा, दो बाइकें संदिग्ध रूप से उस स्थान तक उसका पीछा कर रही थीं। बिट्टू बजरंगी ने आगे कहा कि उन्हें काफी समय से जान से मारने की धमकियां मिल रही थीं और धमकियां देने वालों ने उनसे "अपनी चप्पलें वापस ले लेने" के लिए कहा था। अपराधियों द्वारा कोड 'चप्पल' का इस्तेमाल बिट्टू बजरंगी को उन चप्पलों के बारे में याद दिलाने के लिए किया गया था, जो पिछले साल नूंह हिंसा के दौरान इस्लामी भीड़ द्वारा उन पर हमला किए जाने पर हिंदुओं ने मंदिर के बाहर छोड़ दी थी। बिट्टू ने आरोप लगाया कि जिन हमलावरों ने उनके भाई की हत्या की, वे सभी 31 जुलाई को हरियाणा के नूंह जिले में इस्लामवादियों द्वारा की गई हिंसा में शामिल थे। कौन है बिट्टू बजरंगी ? बिट्टू बजरंगी एक हिंदू कार्यकर्ता हैं. मेवात क्षेत्र के नूंह में भड़की हिंसा के बाद इस्लामवादियों ने हिंदू विरोधी हिंसा का दोष उन पर मढ़ने और उनकी पीठ पर निशाना साधने की कोशिश की थी। इसके बाद पुलिस के साथ झड़प के एक मामले में उन्हें गिरफ्तार भी किया गया था। फिलहाल बिट्टू बजरंगी जमानत पर जेल से बाहर है। इस मामले में तमाम हिंदू संगठनों ने उनका समर्थन किया। शुरुआत में यह अफवाह तेजी से फैली थी कि बिट्टू बजरंगी नूंह हिंसा से जुड़े हुए हैं, लेकिन पुलिस ने साफ कर दिया कि बिट्टू बजरंगी के खिलाफ कार्रवाई नूंह हिंसा से संबंधित नहीं, बल्कि पुलिस के साथ झड़प के एक अलग मामले में की गई है। 'खड़गे का मैं नाम भी नहीं जनता, नितीश कुमार को ही PM होना चाहिए..', INDIA गुट की बैठक के बीच JDU नेता का दावा अयोध्या में रामलला की प्रतिमा से जुड़ा अहम कार्यक्रम हुआ रद्द, ट्रस्ट ने बताया ये कारण सरकारी बंगला खाली न करने पर TMC नेता महुआ मोइत्रा को DOI का नोटिस, हाई कोर्ट ने भी दिया था झटका !