सवर्णों के दिल में दलितों के लिए नफरत, तो क्यों उन्हें वोट दिया जाए- चंद्रशेखर रावण

लखनऊ: भीम आर्मी के अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद ने एक बार फिर जाति को लेकर विवादित बयान दिया है उन्होंने कहा है कि जाति देश में कोई काल्पनिक चीज नहीं है बल्कि ये एक हकीकत है. इस देश में हर इंसान के माथे पर जाति लिखी हुई है, इसलिए मैं चाहता हूं कि बहुजन समाज ताकतवर हो, वो लोग अपने अधिकारों के लिए एकजुट हों. उत्तर प्रदेश के सहारनपुर से आने वाले चंद्रशेखर आजाद ने एक निजी न्यूज चैनल के कार्यक्रम में ये बातें बोली हैं.

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चंद्रशेखर ने पश्चिमी यूपी और देश की राजनीति पर कहा कि दलितों के उसमें उचित प्रतिनिधित्व दिया जाना चाहिए. आजाद ने कहा कि उनका  सवर्णों से कोई बैर नहीं है, लेकिन जब सवर्ण दलितों का विरोध करते हैं, उत्पीड़न करते हैं तो फिर क्यों उन्हें वोट दिया जाए. आजाद ने कहा कि सवर्ण लोग एससी/एसटी एक्ट को लेकर कड़ा विरोध कर रहे हैं. सवर्णों में बहुजन समाज के लिए नफरत है. राजनीति में आने को लेकर रावण के नाम से विख्यात चंद्रशेखर ने कहा, मेरा राजनीति में आने का अभी कोई प्रयोजन नहीं हैं, अभी देशभर में घूमकर लोगों को जागरूक करने पर मेरा ध्यान केंद्रित है. उन्होंने राजद, आरएलएसपी, सपा, बसपा जैसे दलों को समर्थन देने के लिए जनता के बीच जाकर प्रचार करने की बात भी कही.

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चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि उनके नाम के साथ रावण जुड़ा हुआ था लेकिन मीडिया में इसे गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया तो उन्होंने नाम से रावण को अलग कर लिया, आजाद ने कहा कि अगर फिर आवश्यकता पड़ी तो वे दोबारा रावण को नाम के साथ जोड़ लेंगे. भीम आर्मी के मुखिया चंद्रशेखर आजाद उर्फ रावण को मई 2017 में सहारनपुर में जातीय दंगा भड़काने के आरोप में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत जेल हो गई थी, जिसके बाद इस साल सितंबर में उत्तर प्रदेश सरकार ने रावण को जेल से रिहा करने के निर्देश जारी किए थे.

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