तब्लीग़ी जमात कोरोना मामले पर WHO का बड़ा बयान

नई दिल्ली: विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने धर्म या नस्ल के नाम पर कोरोना वायरस के मरीज़ों का वर्गीकरण न करने की सलाह दी है। WHO की सोमवार को हुई वर्चुअल प्रेस वार्ता में संगठन के स्वास्थ्य आपदा कार्यक्रम के कार्यकारी निदेशक माईकल रेयान ने कहा कि,"कोई कोरोना वायरस से संक्रमित हो जाता है तो इसमें उसकी कोई गलती नहीं है।'

उन्होंने आगे कहा कि, कोरोना वायरस से संक्रमित हुए मरीज़ों का नस्ल, धर्म या मत के आधार पर वर्गीकरण नहीं किया जाना चाहिए।  एक भारतीय संवाददाता द्वारा दिल्ली के निजामुद्दीन मरकज से तब्लीग़ी जमात के कार्यक्रम के बाद बहुतायत में कोरोना फैलने संबंधी प्रश्न के उत्तर में उन्होंने जवाब देते हुए यह बात कही।  माईकल रेयान ने आगे कहा कि डब्ल्यूएचओ इस्लामी और अन्य धार्मिक नेताओं के साथ संपर्क में है और धार्मिक आयोजन स्थगित करने के लिए उनसे चर्चा कर रहा है। 

कोरोना को देखते है रमज़ान के महीने के सम्बन्ध में भी दिशानिर्देश तैयार किए जा रहे है। इसके साथ ही रेयान ने भारत में स्वास्थ्य कर्मियों पर हुए  हमले की घटनाओं कि निंदा करते हुए उन्हें अस्वीकार्य बताया है। उन्होंने कहा कि लोगों कि सेवा में लगे डॉक्टर्स पर इस तरह के हमले बर्दाश्त नहीं किए जाने चाहिए और उनपर सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।

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