मनी लॉन्ड्रिंग मामले में भागे-भागे फिर रहे बिजनेसमैन विजय माल्या को लन्दन में गिरफ्तार कर लिया गया है. भारतीय बैंकों को करीब 6000 करोड़ रूपए का चूना लगा विदेश भागे माल्या के ऊपर अभी कुछ दिनों पहले आरोप लगा था कि उन्होंने बैंकों से लिया मोटा पैसा फर्जी कंपनियों में ट्रांसफर कर दिया था. जिसके बाद सीबीआई और इडी उनके खिलाफ चार्टशीट दाखिल की थी. अब खबर आ रही है कि, लन्दन में उन्हें ED के मणि लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया गया है. ये है पूरा मामला साल 2005 से 2010 के दौरान एसबीआई की अगुवाई में कई बैंकों ने विजय माल्या को लोन दिए थे. मौजूदा समय में यह रकम ब्याज के साथ 9 हजार करोड़ रुपये हो जाती है. लोन ना चुकाने पर आईडीबीआई बैंक ने माल्या के खिलाफ मामला दर्ज कराया था. गौरतलब है कि माल्या पर भारतीय बैंको के लगभग 9,000 करोड़ बकाया है. यह लोन भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई में कई बैंकों के एक समूह द्वारा दिया गया था. जिसके बाद माल्या के ऊपर केस दर्ज हुआ था. इसके बाद से ही माल्या लन्दन में जा कर छिपा हुआ है और भगोड़ा करार दिया जा चूका है. नशे के लिए 12 साल की लड़की पुणे से ग्वालियर तक का सफर करती है हिमाचल के बिलासपुर में गरजे मोदी, कांग्रेस पर बोला हमला PM मोदी का शिमला दौरा झाबुआ में बाप-बेटी और बेटा तीनों डेम में डूबे