आखिर क्यों चलाया गया 'वंदे भारत मिशन' नाम का महाभियान ?

महामारी कोरोना ने पूरी दुनिया को अपना शिकार बना लिया है. जिसकी वजह से विदेश में हजारों की तादाद में भारतीय फंसे हुए हैं जो अपने देश आना चाहते हैं. गुरुवार से ही विदेश में फंसे भारतीयों को वापस लाने का काम शुरु हो गया है. देर रात अबु-धाबी से लोगों को लेकर पहला विमान कोच्चि हवाई अड्डे पर पहुंच गया है. सबसे पहले बता दें कि इस महाभियान का नाम वंदे भारत मिशन रखा गया है. 

पाकिस्तान में पेट्रोलियम पदार्थों के दाम घटे, वहीं भारत में इससे सरकारी खजाने भरने की कवायद

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि अबू धाबी से कल रात कोचीन अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर लाए गए 181 लोगों में से 5 लोगों को थर्मल स्क्रीनिंग के दौरान कोरोना वायरस (COVID-19) के लक्षण पाए गए है इसके बाद इम सभी को जिला अस्पताल अलुवा के आइसोलेशन वार्ड में ले जाया गया. वहीं एक और यात्री को कुछ शारीरिक बीमारी थी. उन्हें एंबुलेंस में एर्नाकुलम जिला प्रशासन द्वारा व्यवस्थित एक छोटे से क्वॉरेंटाइन सेंटर में लाया गया था.

आयुर्वेदिक दवाओं से हारेगा कोरोना ! स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुरू किया ट्रायल

वायरस के प्रकोप के बीच केरल सरकार ने विभिन्न देशों से लाए जा रहे लोगों के लिए त्रिशूर के गुरुवयुर में एक  क्वॉरेंटाइन सेंटर स्थापित किया है. एयर इंडिया एक्सप्रेस की फ्लाइट में अबू धाबी से 181 यात्रियों को कोचीन लाया गया था.

दुनियाभर में दिखा साल के आखिरी 'सुपरमून' का अद्भुत नज़ारा, यहाँ देखें शानदार Pics

विशाखापट्टनम, छत्तीसगढ़ और अब नासिक, 24 घंटे के अंदर देश में चौथा बड़ा हादसा

उपराष्ट्रपति से मिले स्पीकर ओम बिड़ला, कोरोना संकट में सांसदों की भूमिका पर हुई चर्चा

Related News