देहरादून में आज भी मौसम खराब, हो रही है बारिश

उत्तराखंड में मानसून के दस्तक देने के बाद आज बुधवार को भी अधिकतर इलाकों में मौसम खराब बना हुआ है। राजधानी देहरादून सहित ज्यादातर क्षेत्रों में बादल छाए हुए हैं तो कहीं-कहीं रात से रुक-रुक कर बारिश जारी है। सुबह करीब दस बजे देहरादून में भी रिमझिम बरसात शुरू हो गई। मसूरी में बारिश से तापमान में खासी गिरावट दर्ज की गई है।इसके साथ ही बागेश्वर, काशीपुर, रामनगर, पिथौरागढ़, लोहाघाट, अल्मोड़ा में तड़के से रुक-रुक कर बारिश हो रही है। मौसम केंद्र निदेशक बिक्रम सिंह ने बताया कि अगले 48 घंटों के दौरान पूरे पश्चिमी हिमालयी क्षेत्र में मानसून पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके चलते आज देहरादून, टिहरी, नैनीताल, चंपावत और पिथौरागढ़ जिलों में कुछ स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। 26 जून तक ज्यादातर क्षेत्रों में भारी बारिश हो सकती है। 25 जून को नैनीताल, पिथौरागढ़ और देहरादून में कहीं-कहीं भारी से बहुत भारी बारिश हो सकती है।

आपकी जानकारी के लिए बता दें की  टिहरी, रुद्रप्रयाग, चमोली, ऊधमसिंह नगर, चंपावत और बागेश्वर में चुनिंदा स्थानों पर भारी बारिश हो सकती है। इसके साथ ही बागेश्वर में हुई बारिश से जल भराव हो गया। यहां घरों में पानी घुस गया। वहीं बागेश्वर में सरयू नदी उफान पर है। यहां पुलिस नदी के समीप न जाने की अपील कर रही है।कालाढूंगी-हल्द्वानी मार्ग भाखड़ा जंगल में मुख्य हाईवे में विशाल पेड़ गिर गया। वहीं एक कार पेड़ की चपेट में आ गई। उसमें सवार शिक्षक बाल-बाल बचे। आवाजाही बंद होने से दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई है। हल्द्वानी बरेली रोड, गौरा पड़ाव गौला गेट के पास उफनाई गौला के तेज बहाव में कई डंपर बह गए।वहीं उत्तरकाशी के बड़कोट में यमुनोत्री घाटी में मंगलवार की रात हुई बारिश से एक बार फिर यमुनोत्री हाईवे अवरुद्ध हो गया।  हाईवे डबरकोट में अवरुद्ध हो गया है।यहां हाईवे जगह-जगह दलदल में तब्दील हो गया है।भारी बारिश के कारण आए मलबे से चीन सीमा को जोड़ने वाली लिपुलेख सड़क दो घंटे से अधिक समय तक बंद रही।

 इससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। इधर बारिश के कारण सात से अधिक आंतरिक सड़कें भी बंद हुईं, जिसमें चार से अधिक सड़कों को खोल दिया गया है। सीमांत पिथौरागढ़ जनपद में बेरीनाग में सर्वाधिक 10एमएम बारिश हुई। वहीं डीडीहाट में 5.0, धारचूला में 0.6 और मुनस्यारी में 2.0 एमएम बारिश रिकार्ड की गई। भारी बारिश के कारण थल- हरड़िया के पास सड़क कुछ देर बंद रही, जिसे लोनिवि ने समय रहते खोल दिया।बारिश के कारण नाचनी-बांसबगड़, कोटा सामा- तेजम, सोसा-सिर्खा, तवाघाट-सोबला, मदकोट- दारमा, पौड़ी घटकूना सड़क बंद हो गई, जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा। लगातार हो रही बारिश से पिथौरागढ़ नगर की आंतरिक सड़कों में जगह-जगह गड्ढे होने से जल भराव हो रहा है। जिससे लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। पूर्व कांग्रेस जिलाध्यक्ष मुकेश पंत ने नगर की आंतरिक सड़कों में बने गड्ढों को भरने की मांग की है। पिथौरागढ़ जिले के विभिन्न हिस्सों में हो रही बारिश के कारण नदियों का जल स्तर लगातार बढ़ रहा है। काली नदी खतरे के निशान से एक मीटर नीचे 888.05 मीटर पर बह रही है। इसका खतरे का निशान 890 मीटर है। गोरी नदी जौलजीबी खतरे के निशान से दो मीटर नीचे बह रही है। इसका जल स्तर 606.80 क्यूसेक नापा गया। सरयू नदी 445.50 और गोरी नदी मदकोट 1211.48 पर बह रही है।

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