चोरी का अनोखा मामला! करोड़ों के बनाए फर्जी बिल, पोल खुलते ही सामने आया ये बड़ा सच

ठाणे: महाराष्ट्र के ठाणे में सेंट्रल गुड्स एंड सर्विस टैक्स (CGST) कमिश्नरेट ने टैक्स (Tax) चोरी की एक अजीबोगरीब घटना का खुलासा किया है, जिसमें एक फुटवेयर एक्सपोर्टर ने 85 करोड़ रुपए के फेक बिल के माध्यम से बड़े फर्जीवाड़े को अंजाम दे दिया. अब एक्सपोर्टर को 15.26 करोड़ रुपए की GST चोरी के इल्जाम में अरेस्ट किया गया है. 

वही कारोबारी के बारे में दिल्ली के कस्टम विभाग ने इनपुट साझा किया था. तहरीर प्राप्त होने के पश्चात् मुंबई के बोरीवली में स्थित M/s कौर्वेट ट्रेडलिंक प्राइवेट लिमिटेड (M/s. Corvette Tradelink Pvt. Ltd) के खिलाफ तहकीकात आरम्भ की गई. तहकीकात में सामने आया कि कंपनी ने कई फर्जी बिल के माध्यम से टैक्स बचाने का प्रयास किया. इसके तहत दिल्ली की ऐसी संस्थाओं के नाम पर बिल जारी करवाए गए, जो वास्तव में हैं ही नहीं.

वही बृहस्पतिवार को कंपनी के डायरेक्टर को हिरासत में ले लिया गया है. अपराधी के खिलाफ CGST एक्ट 2017 के तहत मुकदमा दर्ज कर उसे मुंबई के अदालत में पेश किया गया था. कोर्ट ने अपराधी को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है. यदि उसके खिलाफ इल्जाम साबित होते हैं तो उसे 5 वर्ष तक की सजा हो सकती है. इससे पूर्व 24 फरवरी को गुजरात में 762 करोड़ रुपए के फेक बिल बनाकर 137 करोड़ रुपए की GST चोरी की घटना सामने आई थी. इस मामले में गुजरात ATS ने भावनगर के माधव कॉपर लिमिटेड के चेयरमैन नीलेश पटेल को हिरासत में लिया था. जांच एजेंसी लंबे समय से नीलेश पटेल को ट्रैक कर रही थी. GST विभाग ने टैक्स चोरी के मामले में पहले ही अफजल सिजाणी तथा मुहम्मद अब्बास, रफीक अली को हिरासत में लिया था. जबकि नीलेश की खोज की जा रही थी. नीलेश के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज किया गया था. मगर नीलेश फरार चल रहा था. नीलेश ने सर्वोच्च न्यायालय से गिरफ्तारी पर पाबंदी भी लगवा दी थी. लेकिमगर अदालत से अग्रिम जमानत नहीं मिली थी.

फ्लैट में अचानक हुई छापेमारी, मिली नोटों की इतनी गड्डियां कि देखकर दंग रह गई पुलिस

प्राइवेट पार्ट में छिपा रखी थी 6 करोड़ की हेरोइन, जयपुर एयरपोर्ट पर ऐसे पकड़ाई लेडी स्मगलर

मशहूर फैशन डिजाइनर के बेटे पर इस एक्ट्रेस ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- "मैं और मेरा परिवार बेहद सदमे में..."

Related News