त्रिपुरा में हिंसा पर टीएमसी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया

नई दिल्ली: तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने त्रिपुरा में नगर निगम चुनाव से पहले राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति में हस्तक्षेप करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। टीएमसी नेतृत्व ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट को बताया कि राज्य की कानून व्यवस्था की स्थिति दिन ब दिन खराब होती जा रही है। टीएमसी द्वारा राज्य में पार्टी के सदस्यों के खिलाफ हिंसा का हवाला देते हुए शिकायत दर्ज किए जाने के बाद अदालत ने त्रिपुरा सरकार को राज्य में प्रचारकों को सुरक्षा मुहैया कराने का आदेश दिया ।

टीएमसी ने चुनाव वाले राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है। मंगलवार को दायर अवमानना याचिका पर सुप्रीम कोर्ट सुनवाई करेगा। टीएमसी का दावा है कि पार्टी के अन्य सदस्यों द्वारा चुनाव प्रचारकों पर कथित हमले बढ़े हैं। टीएमसी प्रचारक सुष्मिता देव ने नगर निकाय चुनाव के लिए प्रचार के दौरान अगरतला में अज्ञात लोगो ने उनकी कार पर हमले किये। पार्टी ने अब सुप्रीम कोर्ट से अपील की है कि सुरक्षा समस्या का समाधान किया जाए।

त्रिपुरा सरकार ने इस महीने की शुरुआत में न्यायमूर्ति डीवाई चंद्रचूड़, सूर्यकांत और विक्रम नाथ की उच्चतम न्यायालय की पीठ को यह सुनिश्चित करने का आदेश दिया था कि किसी भी राजनीतिक दल को कानून के अनुसार अपने चुनावी अधिकारों का प्रयोग करने से रोका न  जाए और आगामी स्थानीय चुनावों में शांतिपूर्ण और व्यवस्थित तरीके से प्रचार करने से न रोका जाए।

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