तेलंगाना चुनाव: मतगणना से पहले ही बदल गए कांग्रेस के सुर, कहा ओवैसी से हाथ मिलाने में कोई समस्या नहीं

हैदराबाद: एग्जिट पोल के अनुमान के बाद तेलंगाना की राजनीति में एकदम से भूचाल आ गया है, यहां अभी तक जो नेतागण चुनाव प्रचार के दौरान एक-दूसरे पर निशाना साध रहे थे, अब वही एक-दूसरे के प्रति दोस्ती दिखा रहे हैं, जहां भाजपा ने टीआरएस के प्रति दोस्ताना रवैया दिखाया है, वहीं कांग्रेस ने भी सुर बदल लिए हैं, कांग्रेस ने रविवार को स्पष्ट तौर से कहा कि राजनितिक मंच पर ना तो कोई किसी का स्थाई दोस्त होता है और ना ही दुश्मन.

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दरअसल कांग्रेस के दिग्गज नेता जी.एन. रेड्डी, ने मीडिया में कहा है कि राजनीति में कोई भी स्थायी दोस्त या दुश्मन नहीं होता है, कांग्रेस ने कहा है कि अगर टीआरएस विधानसभा चुनाव के परिणामों के बाद भाजपा से हाथ मिला सकती है, तो उसे भी असदुद्दीन ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम के साथ जाने से कोई परहेज नहीं है. हालांकि टीआरएस ने ऐसे किसी गठजोड़ से साफ मना किया है. 

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दरअसल कांग्रेस का ये बयान इसलिए आया क्योंकि आज तेलंगाना में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के लक्ष्मण ने मीडिया में कहा था कि अगर 11 दिसंबर को नतीजे घोषित होने के बाद त्रिशंकु स्थिति बनती है तो भाजपा,  टीआरएस का समर्थन करने के लिए तैयार है. हालांकि भाजपा ने इसके लिए यह शर्त भी रखी है कि अगर टीआरएस चाहती है कि हम उसका समर्थन करें तो उसे ओवैसी की पार्टी एआईएमआईएम से दूर होना पड़ेगा.  

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