गले में टायर डालकर जिन्दा जला दिए गए थे सिख ! कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को CBI ने किया तलब

नई दिल्ली: कांग्रेस के पूर्व सांसद और 1984 में हुए सिख विरोधी दंगों के आरोपी जगदीश टाइटलर (Jagdish Tytler) की मुश्किलें एक बार फिर बढ़ती हुईं नज़र आ रहीं हैं। घटना के 39 वर्षों के बाद दंगों की जांच कर रही CBI ने आज मंगलवार (11 अप्रैल) को एक बार फिर टाइटलर को तलब किया है। कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर 1984 के सिख विरोधी दंगों से जुड़े दिल्ली के पुल बंगश गुरुद्वारा मामले में अपनी आवाज का सैंपल देने के लिए आज CBI के समक्ष पेश हुए, जहां आगे की कार्रवाई जारी है। सेंट्रल फॉरेंसिक साइंस लैब (CFSL) आवाज के सैंपल की जांच करेगा।

रिपोर्ट के अनुसार, एक अधिकारी ने जानकारी दी है कि दिल्ली के पुल बंगश इलाके में 1984 के सिख विरोधी दंगों के मामले में आवाज का सैंपल लेने के लिए CBI ने कांग्रेस नेता जगदीश टाइटलर को तलब किया है। अधिकारी ने बताया कि CBI को 39 वर्ष पुराने सिख विरोधी दंगों के मामले में नए सबूत हाथ लगे हैं, जिसके बाद टाइटलर की आवाज का सैंपल लेने की आवश्यकता पड़ी है। 

बता दें कि, सिख विरोधी दंगों के दौरान पुल बंगश इलाके में कथित तौर पर 3 लोग मार डाले गए थे। वर्ष 1984 में तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी की उनके सिख अंगरक्षकों द्वारा हत्या किए जाने के बाद देश में सिख समुदाय पर हिंसक हमले किए गए थे। कई सिखों को उनके घरों से निकालकर, उन्हें टायर पहनाकर आग लगा दी गई थी। सिखों के खिलाफ हिंसा इतनी बढ़ गई थी कि, सिख समुदाय के लोग अपने बाल और दाढ़ी कटवाकर और अपनी पहचान बदलकर जान बचा रहे थे। वहीं, इंदिरा की हत्या के बाद पीएम बने राजीव गांधी ने इस हिंसा को लेकर कहा था कि, जब कोई बड़ा पेड़ गिरता है, तो धरती थोड़ी हिलती ही है। बता दें कि, इस हिंसा के मामले में कांग्रेस नेता कमलनाथ का भी नाम सामने आया था, लेकिन उनके खिलाफ सबूतों के आभाव में आरोप सिद्ध नहीं हो सके थे। बताया जाता है कि, इन दंगों में 8000 से 17000 सिखों की हत्या कर दी गई थी। 

'10-15 मिनट में छत पर नहीं लाए जा सकते पत्थर..', रामनवमी हिंसा पर कोलकाता हाई कोर्ट ने काफी कुछ कहा

रेलवे में अवैध तरीके से नौकरी दी और बदले में लोगों से उनकी जमीनीं लिखवा ली - तेजस्वी से जवाब मांगेगी ED

फिर उत्तर प्रदेश लाया जाएगा अतीक अहमद, उमेश पाल हत्याकांड में अरेस्ट करने पहुंची यूपी पुलिस

Related News