इस एक्टर का बेटा भी हुआ नेपोटिज्म का शिकार, कहा - 'अंडरवर्ल्ड से बड़ा गैंग बॉलीवुड में है...'

सुशांत सिंह राजपूत सुसाइड केस में हाल ही में शेखर सुमन ने खुलकर बात की है. उन्होंने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग की है. वह सुशांत को इन्साफ दिलाना चाहते हैं. ऐसे में हाल ही में उन्होंने नेपोटिज्म और फिल्म इंडस्ट्री के पर्दे के पीछे की दर्दनाक सच्चाई बताई है. उन्होंने बहुत से चौकाने वाले खुलासे किये हैं. एक वेबसाइट से बातचीत में उन्होंने कहा कि, ''अगर वह अपने बेटे अध्ययन के साथ नहीं रहते तो वो भी डिप्रेशन में आकर कोई बड़ा कदम उठा सकता था. फिल्म इंडस्ट्री गैंग चलाती है. उभरते हुए कलाकारों को आगे नहीं बढ़ने दिया जाता है. साजिश के तहत ये पूरा काम होता है. नेपोटिज्म शब्द तो वो खुद बचपन से सुनते हुए आ रहे हैं...'

इसके अलावा शेखर सुमन ने कहा कि, ''फिल्म इंडस्ट्री में अंडरवर्ल्ड के लोग नहीं है. लेकिन अंडरवर्ल्ड से कम भी नहीं है. क्योंकि उनका असर पूरी फिल्म इंडस्ट्री पर है. इन सबके बिना कहे हुए एक पत्ता भी नहीं हिल सकता. नेपोटिज्म में बचपन से सुनता आ रहा हूं. इसे भाई-भतीजावाद कहते हैं. एक बाप अपने बेटे के लिए फिल्म बनाए तो नेपोटिज्म वाली बात नहीं उभरती है. एक भाई अपने भाई के लिए फिल्म बनाता है तो वो नेपोटिज्म नहीं है. यहां गैंगइज्म है. ये बहुत खतरनाक है. अगर फिल्म इंडस्ट्री में नेपोटिज्म होता तो मैं कभी हीरो नहीं बनता.' इसके अलावा उन्होंने कहा, 'आज की तारीख में बाहर के कई कलाकारों को मौका दिया गया है. आयुष्मान खुराना, राजकुमार राव के नाम इसमें शामिल है. समस्या तब शुरू होती है जब नेक्सेस सक्रिय होता है. जैसे विक्की कौशल जब छोटी-मोटी फिल्में करते थे, तो किसी का ध्यान नहीं गया. जब वह बड़े बनते हैं तो नेक्सेस उसे अंदर लाते हैं. कॉन्ट्रैक्ट साइन करवाते हैं. मैंने मूवर्स एंड शेकर्स में स्क्रिप्ट के हिसाब से लोगों से बात की. मेरे उसमें कोई निजी लाभ नहीं था. लेकिन इसकी सजा लोगों ने मेरे बच्चे को जरूर देंगे. मुझे पता है कि कितनी फिल्मों से उसे हटाया गया. कितने दरवाजे उसने खटखटाये. कितनों ने उसके मुंह पर दरवाजा मारा.'

इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा, 'अगर मैं अपने बेटे अध्ययन को भी ऐसे अकेला छोड़ देता तो वो भी एक ऐसे जोन में जा चुका था, जहां वो भी इस तरह के कदम उठा सकता था. मेरे लिए वो बहुत भयावह था. उसने मुझे बताया कि वो भी एक दिन ये कदम उठा सकता था, अगर तुम लोग मेरे पास नहीं होते. डिप्रेशन के दौरान लोगों का उस व्यक्ति के साथ होना बहुत जरूरी है. सुशांत अपनी जिंदगी जीने में यकीन रखता था. वो बंदा जो यह तय कर ले कि मुझे फिल्म नहीं मिली तो टीवी कर लूंगा टीवी भी नहीं मिले तो थिएटर कर लूंगा अगर वो भी नहीं मिलेगा तो यूट्यूब स्टार बन जाऊंगा वो कभी ऐसा कदम उठा सकता है ये मानने वाली बात नहीं है.' इस तरह शेखर ने कहीं न कहीं सुशांत की आत्महत्या को आत्महत्या नहीं माना है.

सोनू निगम के खिलाफ बोलने पर ट्रोल हुईं दिव्या, ट्रोलर्स ने कहा - 'दीदी पागल हो गई'

दिव्या खोसला का वीडियो शेयर कर बोले सोनू- 'उनकी मदद करें..'

बहुत ही प्यारे नोट के साथ अंशुला ने भाई को दी जन्मदिन की बधाई

Related News