भीमराव रामजी अंबेडकर, बाबा साहेब अंबेडकर नाम से लोकप्रिय थे. वे भारतीय अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाजसुधारक थे, उन्होंने ही हमारे देश का संविधान लिखा था. अंबेडकर भारतीय इतिहास के ऐसे महान शख्स हैं जिन्होंने दलितों को सामाजिक अधिकार दिलाने के लिए अपना जीवन समर्पित कर दिया. आज उनकी पुण्यतिथि पर जानते हैं उनके 7 अनमोल विचार. 1. मैं ऐसे धर्म को मानता हूं, जो स्वतंत्रता, समानता और भाईचारा सिखाए. 2. जब तक आप सामाजिक स्वतंत्रता नहीं हासिल कर लेते, कानून आपको जो भी स्वतंत्रता देता है, वो आपके किसी काम की नहीं. 3. बुद्धि का विकास मानव के अस्तित्व का अंतिम लक्ष्य होना चाहिए. 4. यदि हम एक संयुक्त एकीकृत आधुनिक भारत चाहते हैं तो सभी धर्मों के शास्त्रों की संप्रभुता का अंत होना चाहिए. 5. जो कौम अपना इतिहास तक नहीं जानती है, वे कौम कभी अपना इतिहास भी नहीं बना सकती है. 6. हर व्यक्ति जो मिल के सिद्धांत कि 'एक देश दूसरे देश पर शासन नहीं कर सकता' को दोहराता है उसे ये भी स्वीकार करना चाहिए कि एक वर्ग दूसरे वर्ग पर शासन नहीं कर सकता. 7. मनुष्य नश्वर है, उसी तरह विचार भी नश्वर हैं. एक विचार को प्रचार-प्रसार की जरूरत होती है, जैसे कि एक पौधे को पानी की, नहीं तो दोनों मुरझाकर मर जाते हैं. विश्व टी 20 रैंकिंग में पांचवे स्थान पर भारत, कप्तान कोहली ने अपनी टीम के बचाव में कही ये बात धारा 370 हटने से टूटी कश्मीर की अर्थव्यवस्था, चार महीने में हुआ 15 हजार करोड़ का नुकसान महिला सुरक्षा को लेकर देश भर में विरोध प्रदर्शन, केजरीवाल ने उठाया बड़ा कदम