नई दिल्ली : सप्ताह के तीसरे दिन यानि बुधवार को रुपये में कमजोरी के साथ शुरुआत हुई। आज डॉलर के मुकाबले रुपया 14 पैसे की कमजोरी के साथ 69.76 रुपये के स्तर पर खुला। पिछले कारोबारी दिवस यानी मंगलवार को डॉलर के मुकाबले रुपया 5 पैसे की बढ़त के साथ 69.62 रुपये के स्तर पर बंद हुआ था। बता दें इसी के साथ बाजारों की भी आज मजबूत शुरुआत हुई है. इस दिन के बाद ईरान से नामुमकिन हो जायेगी कच्चे तेल की आपूर्ति इस तरह तय होते है दाम सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार रुपये की कीमत पूरी तरह इसकी मांग एवं आपूर्ति पर निर्भर करती है। इस पर आयात एवं निर्यात का भी असर पड़ता है। दरअसल हर देश के पास दूसरे देशों की मुद्रा का भंडार होता है, जिससे वे लेनदेन यानी सौदा (आयात-निर्यात) करते हैं। इसे विदेशी मुद्रा भंडार कहते हैं। समय-समय पर इसके आंकड़े रिजर्व बैंक की तरफ से जारी होते हैं। विदेशी मुद्रा भंडार के घटने और बढ़ने से ही उस देश की मुद्रा पर असर पड़ता है। डॉलर के मुकाबले रूपये में नजर आई 5 पैसे की मजबूती ऐसे पड़ता है भाव पर असर इसी के साथ अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी का रुतबा हासिल है। इसका मतलब है कि निर्यात की जाने वाली ज्यादातर चीजों का मूल्य डॉलर में चुकाया जाता है। यही वजह है कि डॉलर के मुकाबले रुपये की कीमत से पता चलता है कि भारतीय मुद्रा मजबूत है या कमजोर। अमेरिकी डॉलर को वैश्विक करेंसी इसलिए माना जाता है, क्योंकि दुनिया के अधिकतर देश अंतर्राष्ट्रीय कारोबार में इसी का प्रयोग करते हैं। यह अधिकतर जगह पर आसानी से स्वीकार्य है। सप्ताह के दूसरे दिन भी पेट्रोल और डीजल के दामों में कोई परिवर्तन नहीं बाजार खुलते ही सोने के दामों में नजर आई तेजी बाजार पर भी नजर आया मतदान का असर, दिखाई दी मामूली तेजी