चंडीगढ़: हरियाणा के हिसार में स्थित चौधरी चरण सिंह कृषि विश्वविद्यालय के वार्षिक अकादमिक कैलेंडर को लेकर विवाद शुरू हो गया है। यह सब उस समय हुआ है, जब इस कैलेंडर में राष्ट्रपति रामनाथ कोविद, पीएम मोदी, गवर्नर दत्तात्रेय और सीएम मनोहर लाल खट्टर का फोटो प्रकाशित किया गया। मगर इसमें चौधरी चरण सिंह की तस्वीर ही नहीं लगाई गई, जबकि यूनिवर्सिटी का नाम ही पूर्व पीएम चौधरी चरण सिंह के नाम पर है। इस कैलेंडर की तस्वीरें सामने आते ही किसान नेता राकेश टिकैत और कांग्रेस सांसद दीपेंद्र सिंह हुड्डा ने हमला बोला है। Koo App 700 किसानों की मौत से मन नही भरा जो अब किसानों के आदर्श और हमारे पूर्वजों का अपमान कर रहे हो । कलेंडर से हटा देना न सिर्फ चौधरी चरण सिंह जी का अपमान है, बल्कि देश के हर किसान के आत्मसम्मान पर आत्मघात है ! View attached media content - Rakesh Tikait (@Rakesh.Tikait) 31 Jan 2022 दरअसल, चौधरी चरण सिंह कृषि यूनिवर्सिटी के अकादमिक कैलेंडर को लेकर सोशल मीडिया पर कैलेंडर को लेकर एक नई बहस शुरू हो गई है। राकेश टिकैत ने सोशल मीडिया पर इस कैलेंडर की फोटो जारी करते हुए लिखा कि, '700 किसानों की मौत से मन नही भरा जो अब किसानों के आदर्श और हमारे पूर्वजों का अपमान कर रहे हो। कैलेंडर से हटा देना न सिर्फ चौधरी चरण सिंह जी का अपमान है, बल्कि देश के हर किसान के आत्मसम्मान पर आत्मघात है।' यह मामला सामने आते ही विपक्षी नेता सरकार पर हमलावर हो गए। वहीं, मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कैलेंडर पर मचे विवाद के बाद कृषि विश्वविद्यालय प्रशासन ने देर रात ही चौधरी चरण सिंह की तस्वीर के साथ नया कैलेंडर जारी कर दिया। जानकारी के मुताबिक, देर रात ही कैलेंडर प्रकाशित करवाया गया, ताकि विवाद को रोका जा सके। कभी सिंगर तो कभी नेता कुछ ऐसा था मनोज तिवारी शुरूआती करियर केजरीवाल बोले- पंजाब में बनना चाहिए धर्मान्तरण विरोधी कानून, दिल्ली में इसी मुद्दे पर चुप्पी सिद्धू ने 6 महीने से खुद नहीं भरा 4 लाख का बिजली बिल, पंजाब में फ्री बिजली का वादा कर रही कांग्रेस