संजू सैमसन की कप्तानी में राजस्थान रॉयल्स ने जीते करोड़ों दिल

गुजरात टाइटंस (जीटी) की जीत के साथ IPL 2022 सीजन का अंत हो गया है। गुजरात ने फाइनल में हार्दिक पंड्या की अगुवाई में RR (आरआर) और उनके कप्तान संजू सैमसन से हरा दिया है। इसमें कोई दो राय नहीं कि इस सीजन में दिग्गज क्लबों और अनुभवी खिलाड़ियों ने खराब प्रदर्शन कर चुके है। वहीं दूसरी ओर बिना किसी इंटरनेशनल अनुभव के, क्रिकेट इतिहास में पहली बार संजू सैमसन ने रॉयल्स की कमान संभाली और बेहतरीन खेल के साथ टीम को फाइनल्स में पहुंचा दिया था। इंडियन क्रिकेट के भविष्य की दृष्टि से देखें तो संजू का प्रदर्शन सराहना का विषय है, और इससे टीम इंडिया में कप्तानी के लिए प्रतिस्पर्धा और भी ज्यादा बढ़ चुकी है। दिलचस्प बात यह है कि हार्दिक और सैमसन की 28.09 की औसत आयु ने 2016 के IPL फाइनल में डेविड वार्नर और विराट कोहली के 28.57 के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया, इसके पूर्व या बाद में IPL के फाइनल कप्तानों की औसत आयु 30 से भी ज्यादा ही रहती है।

घरेलु क्रिकेट में केरल टीम को लीड करने वाले धमाकेदार संजू सैमसन ने तिरुवनंतपुरम के जूनियर सर्किट में हंगामा मचा दिया है। उनकी स्किल्स और गेंद को परफेक्ट टाइम करने की काबिलियत ने उन्हें सबसे पहले केरल की अंडर-19 टीम में स्थान बना लिया है, और कूचबिहार ट्रॉफी (स्थानीय अंडर-19 चैंपियनशिप) में निरंतर प्रदर्शन ने उन्हें 2012 में इंडिया की अंडर-19 एशिया कप टीम में शामिल होने का अवसर दिया है। हालांकि एशिया कप से बाहर होना सैमसन के लिए एक बड़ी निराशा रही, जो भारत के अंडर-19 विश्व कप के लिए उनकी अस्वीकृति का कारण भी बना। बाद में रॉयल्स में उनके कप्तान राहुल द्रविड़ ने एक से अधिक बार इस बात पर जोर दिया कि सैमसन पर निरंतर ध्यान देने की आवश्यकता है। इसने उन्हें इंडिया के लिए गिनती में शामिल करना शुरू किया, और परिणाम स्वरुप कॉल-अप भी जल्द ही देखने को मिला, वो भी तब जब उन्हें इंग्लैंड दौरे के लिए इंडिया के सीमित ओवरों की टीम में चुना गया। वहीं इंडियन प्रीमियर लीग में संजू की कहानी अपने कई ट्विस्ट और टर्न्स के लिए पहचानी जाती है।

एमआरएफ कूकाबुरा, भारतपे, प्यूमा मायफैब11, बेसलाइन वेंचर्स क्लब, महिंद्रा, हैलैंड और जिलेट के लिए स्पोंसर का रोल निभा रहे संजू की तुलना रोहित शर्मा और एबी डिविलियर्स से जीत हासिल कर ली है, जो अपनी पूरी क्षमता के साथ खेलते हैं। एक बल्लेबाज और विकेटकीपर के रूप में, संजू अटैकिंग और चालकी के साथ एक मजबूत मिश्रण को भी पेश कर दिया है। मैदान के मध्य वह एक बेहतरीन टाइमर नजर आते हैं। व सीधा खेलना पसंद करते हैं और गेंदबाज के सिर के ऊपर से शॉट लगाना पसंद करते हैं। उनके क्विक एक्शन्स, पॉवरफुल फोरआर्म्स और आँख व हाथों का शानदार समन्वय, उन्हें कभी ट्रैक से नीचे नहीं उतरने दिया। सही मायने में शॉट लगाने के दौरान उन्हें सिर घुमाने की भी जरूरत नहीं होती।

विकेटकीपर के रूप में अपने शानदार प्रदर्शन के साथ, संजू ने इस सीजन में सीएसके के कप्तान MS धोनी और DC कप्तान ऋषभ पंत दोनों को पीछे छोड़ दिया है। यह कोई रहस्य नहीं है कि इस IPL सीज़न में, संजू सैमसन सबसे अधिक मांग वाले विकेटकीपर बन चुके है। जबकि पंत और धोनी उनसे बहुत दूर नजर आते हैं, और विकेट के पीछे उनके नाम 16 शिकार शामिल हैं, इसमें 14 कैच और 2 स्टंपिंग हैं। इस सीजन के कप्तानों में संजू, धोनी, पंत और रवींद्र जडेजा शामिल थे। संजू सैमसन और हार्दिक पांड्या का नेतृत्व और प्रदर्शन प्रभावशाली था। अब, IPL के सबसे सफल कप्तान के बारे में क्रिकेट विशेषज्ञ सक्रीय हो गए हैं, और इस मन्थम में लगे हैं कि क्या संजू भविष्य में इंडियन क्रिकेट टीम पर नेतृत्व कर सकते हैं!

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