गणगौर पर इस आरती से करें माता गौरी को प्रसन्न

24 मार्च, शुक्रवार को गणगौर का त्यौहार मनाया जाएगा। महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु एवं लड़कियां श्रेष्ठ वर की प्राप्ति के लिए गणगौर पूजा करेंगी। गण के रूप में भगवान महादेव और गौर के तौर पर माता पार्वती की पूजा की जाएगी। शाम को सूर्यास्त से पहले गणगौर को पानी पिलाने के पश्चात् जलाशयों, तालाब, कुओं में विसर्जित की जाएगी।    

गणगौर महिलाओं का त्योहार माना जाता है इसलिए गणगौर पर चढ़ाया हुआ प्रसाद पुरुषों को नहीं दिया जाता है। गणगौर के पूजन में प्रावधान है कि जो सिन्दूर माता पार्वती को चढ़ाया जाता है, महिलाएं उसे अपनी मांग में सजाती हैं। शाम को शुभ मुहूर्त में गणगौर को पानी पिलाकर किसी पवित्र सरोवर या कुंड आदि में इनका विसर्जन किया जाता है। वही गणगौर की पूजा के दौरान इस आरती से करें माता को प्रसन्न...

माता पार्वती जी की आरती:-   जय पार्वती माता जय पार्वती माता ब्रह्म सनातन देवी शुभ फल कदा दाता।   जय पार्वती माता जय पार्वती माता। अरिकुल पद्मा विनासनी जय सेवक त्राता   जग जीवन जगदम्बा हरिहर गुण गाता। जय पार्वती माता जय पार्वती माता।   सिंह को वाहन साजे कुंडल है साथा देव वधु जहं गावत नृत्य कर ताथा।   जय पार्वती माता जय पार्वती माता। सतयुग शील सुसुन्दर नाम सती कहलाता   हेमांचल घर जन्मी सखियन रंगराता। जय पार्वती माता जय पार्वती माता।   शुम्भ निशुम्भ विदारे हेमांचल स्याता सहस भुजा तनु धरिके चक्र लियो हाथा।   जय पार्वती माता जय पार्वती माता। सृष्ट‍ि रूप तुही जननी शिव संग रंगराता   नंदी भृंगी बीन लाही सारा मदमाता। जय पार्वती माता जय पार्वती माता।   देवन अरज करत हम चित को लाता गावत दे दे ताली मन में रंगराता।   जय पार्वती माता जय पार्वती माता। श्री प्रताप आरती मैया की जो कोई गाता   सदा सुखी रहता सुख संपति पाता। जय पार्वती माता मैया जय पार्वती माता।

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