ओमीक्रॉन को लेकर बढ़ा खतरा, एक्सपर्ट्स ने जताई चिंता

नई दिल्ली: कोरोना संक्रमण के नए वेरिएंट ओमीक्रॉन वेरिएंट रफ़्तार से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। इससे पूर्व इस वर्ष के आरम्भ में कोरोना के डेल्टा स्ट्रेन ने विश्वभर में खतरनाक तबाही मचाई थी, विशेष रूप से अप्रैल-मई में भारत में। इस के चलते देश में कुछ ही वक़्त में लाखों व्यक्तियों की मौत हो गई थी। अब एक्सपर्ट्स ने आशंका व्यक्त की है कि ओमीक्रॉन और डेल्टा मिलकर बड़ा संकट बन सकते हैं।

वही अब, ओमीक्रॉन नाम के नए म्यूटेंट वेरिएंट के साथ यह खतरा कई गुना बढ़ गया है, इसने एक्सपर्ट्स तथा हेल्थ एक्सपर्ट्स को फिर से यह विचार करने के लिए विवश कर दिया है कि संक्रमण का यह उभरता स्ट्रेन कितना घातक हो सकता है। हालांकि, अब एक्सपर्ट्स की राय है कि अगर कोई मरीज एक ही वक़्त में SARS-CoV-2 संक्रमण के डेल्टा और ओमीक्रॉन दोनों रूपों से संक्रमित हो जाता है, तो यह एक प्रकार का ‘सुपर स्ट्रेन’ होगा तथा यह बहुत भयावह हो सकता है।

वही ऐसा कहा जाता है कि संक्रमण का ओमीक्रॉन वेरिएंट वैक्सीन के प्रति प्रतिरक्षित है तथा इसमें उच्च स्पाइक प्रोटीन होता है, जो डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले 30 गुना ज्यादा होता है, जिससे इसे काबू करना और भी कठिन हो जाता है। मॉडर्ना के मुख्य चिकित्सा अफसर डॉक्टर पॉल बर्टन ने ब्रिटेन की संसद की विज्ञान तथा प्रौद्योगिकी समिति को बताया कि ओमीक्रॉन विश्व भर में जितनी रफ़्तार से फैल रहा है, इसे देखते हुए सुपर स्ट्रेन की संभावना से मना नहीं किया जा सकता है। उन्होंने ब्रिटेन के सांसदों से बोला कि यह बहुत संभव है कि दोनों वेरिएंट्स जीन को स्वैप कर सकते हैं और एक और भी भयंकर वेरिएंट बना सकते हैं। एक्सपर्ट्स की राय है कि इसकी संभावना कम है मगर ऐसा होने की संभावना बनी रहेगी।

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