नरोत्तम मिश्रा की बेमिसाल नेतृत्व क्षमता से विपक्ष में भय

मध्यप्रदेश में आगामी विधानसभा चुनावों के मद्देनज़र सियासी हलचल तेज हो चुकी है. खबरों की माने तो इसी क्रम में बीजेपी आला कमान ने पिछली कई जीत के सूत्रधार रहे जनसंपर्क, जल संसाधन और संसदीय कार्य विभाग में मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा पर फिर विश्वास जताया है. प्रदेश में बीजेपी की सरकार को सत्ता को कायम रखने की बड़ी ज़िम्मेदारी निभाने के लिए फ़िलहाल आला कमान को सीएम शिवराज के साथी के रूप में नरोत्तम मिश्रा से मजबूत दूसरे कंधे दूर-दूर तक नहीं दिख रहे है. प्रदेश बीजेपी में सबसे मजबूत और कद्दावर नेताओ में शुमार नरोत्तम मिश्रा हार मोर्चे पर पार्टी के लिए फिट बैठते है, प्रदेश में उनकी लोकप्रियता, बेमिसाल नेतृत्व क्षमता और शानदार व्यक्तित्व से बीजेपी के साथ साथ विपक्ष भी भलीभांति परिचित है. 

नरोत्तम मिश्रा के कामयाब सियासी सफर पर एक नज़र-  1.डॉ. नरोत्तम मिश्रा वर्ष 1998 में दूसरी बार, वर्ष 2003 में तीसरी बार, वर्ष 2008 में चौथी तथा वर्ष 2013 में पाँचवी बार मध्यप्रदेश विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए, 2.डॉ. नरोत्तम मिश्रा को एक जून, 2005 को तत्कालीन मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर के मंत्रिमण्डल में राज्य मंत्री के रूप में शामिल किया गया. 3.डॉ. मिश्रा को 4 दिसम्बर, 2005 को मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में मंत्री के रूप में शामिल किया गया. 4.डॉ. नरोत्तम मिश्रा को 28 अक्टूबर 2009 को पुन: श्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमण्डल में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ दिलवाई गई. 5.डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने दतिया विधानसभा क्षेत्र से वर्ष 2013 में 14वीं विधानसभा के सदस्य चुने जाने के पश्चात 21 दिसम्बर, 2013 को केबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली.

6.नरोत्तम मिश्रा वर्तमान में जनसंपर्क, जल संसाधन और संसदीय कार्य विभाग में मंत्री एवं राज्य सरकार के प्रवक्ता हैं.

बहरहाल डॉ. नरोत्तम मिश्रा मुंगावली में बीजेपी की ओर से रण जीतने की कवायद में सीएम का साथ दे रहे है, और पूर्ण विश्वास के साथ विपक्ष के को धराशाई करने की मूहिम के चलते आगे बढ़ रहे है.

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