आखिर क्यों इस रहस्यमयी किले को कहा जाता है 'कुंवारा किला' ?

भारत का इतिहास काफी गौरवशाली रहा है. इस पावन धरती पर कई किले चर्चा का विषय बने हुए है. यह किले अपने आप में कई रहस्य समेटे हुए हैं. एक ऐसा ही किला अरावली की पहाड़ियों पर स्थित है. इस किले की दीवार पूरी पहाड़ी पर फैली हुई है जो हरे-भरे मैदानों से होकर गुजरती है. यह किला देखने में इतना खूबसूरत लगता है कि इसे देखने के लिए दूर-दूर से बड़ी संख्या में लोग आते हैं. एक समय था जब किले के अंदर प्रवेश करने के लिए इलाके के एसपी से अनुमति लेनी पड़ती थी, लेकिन अब ऐसा नहीं है. बस पर्यटकों को केवल संतरी के पास रखे रजिस्टर में अपना नाम लिखना होता है. उसके बाद वो इस भव्य किले में प्रवेश कर सकते हैं. 

दुनिया की एक ऐसी रहस्यमय जगह, जहां धरती के साथ-साथ बादलों से भी बरसती है आग

आपकी जानकारी के लिए बता दे कि इस किले को 'बाला किला' के नाम से जाना जाता है, जो राजस्थान के अलवर में है. इस वजह से इसे 'अलवर फोर्ट' भी कहा जाता है. पूरे अलवर में अगर देखें तो यह किला वहां की सबसे पुरानी इमारत है. माना जाता है कि इस किले का निर्माण कार्य 1492 ईस्वी में हसन खान मेवाती ने शुरू करवाया था. यह अपने भव्य संरचनात्मक डिजाइन के लिए पूरे देश में प्रसिद्ध है. 

दुनिया का वो रहस्यमय शहर, जो बसा हुआ है 8,000 फीट की उंचाई पर

राज महाराजाओं के दौर में इस किले पर मुगलों से लेकर मराठों और जाटों तक का शासन रहा है. किले की दीवारों में 446 छेद हैं, जिन्हें खास तौर पर दुश्मनों पर गोलियां बरसाने के लिए बनवाया गया था. इन छेदों 10 फुट की बंदूक से भी गोली चलाई जा सकती थी. इसके अलावा दुश्मनों पर नजर रखने के लिए किले में 15 बड़े और 51 छोटे बुर्ज बनवाए गए हैं. बता दे कि इतिहास में इस किले पर कभी युद्ध नहीं हुआ. इस वजह से इसे 'कुंवारा किला' भी कहा जाता है. यह किला पांच किलोमीटर लंबा और करीब 1.5 किलोमीटर चौड़ा है. किले के अंदर प्रवेश के लिए कुल छह दरवाजे बनवाए गए हैं, जिनके नाम जय पोल, सूरज पोल, लक्ष्मण पोल, चांद पोल, कृष्णा पोल और अंधेरी पोल हैं. 

भारत का वो 1700 साल पुराना किला, जिसपर हुए है सबसे ज्यादा आक्रमण

हिमालय का वो सबसे महंगा कीड़ा, जो बिकता है लाखों रूपए में

इस देश में समुद्र में बना हुआ है 600 साल पुराना वो अनोखा मंदिर

 

Related News