चेन्नई। तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जे. जयललिता की मृत्यु को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री के.पलानीसामी ने कुछ दिन पहले ही मामले की जांच सेवानिवृत्त न्यायाधीश से करवाने की घोषणा की थी। जिसके बाद अब राज्य के वन मंत्री सी. श्रीनिवासन ने कहा है कि, पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता के स्वास्थ्य को लेकर झूठ कहा गया था। श्रीनिवासन ने इस मामले में महत्वपूर्ण जानकारी देते हुए कहा कि जयललिता से कई नामी नेता मिलना चाहते थे। केंद्रीय मंत्री अरूण जेटली, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष और सांसद अमित शाह, डीएमके के महत्वपूर्ण नेता जयललिता से मिलने पहुॅंचे थे। मगर जयललिता से ये नेता मिल नहीं सके। केवल वीके शशिकला और प्रताप रेड्डी ही मिल सके। उन्होंने कहा कि, उन्होंने पहले जो झूठ बोला था उसके लिए वे माफी मांगते हैं। एआईएडीएमके के नेताओं ने झूठ कहा था कि अंतिम समय में कुछ नेता जयललिता से मिले। जबकि जयललिता से किसी ने भी भेंट नहीं की। महत्वपूर्ण नेता अपोलो अस्पताल के कमरे में बैठा करते थे। गौरतलब है कि जे जयललिता को बीते 22 सितंबर की रात्रि खराब स्वास्थ्य के चलते अपोलो चिकित्सालय में भर्ती करवाया गया था, और 5 दिसंबर को उनका निधन हो गया था। इस मामले में शशिकला के भतीजे टीटीवी दिनाकरण ने कहा कि, 1 अक्टूबर 2016 के बाद शशिकला को भी जयललिता से मिलने की इजाजत नहीं थी. उन्होंने कहा कि डाक्टरों के दिशा निर्देश के बाद केवल दो मिनट के लिए उन्हें जयललिता से मिलने दिया जाता था। AIADMK ने शशिकला को किया बर्खास्त अनिता आत्महत्या कांड को लेकर गर्माए राजनैतिक गलियारे CM पलानीसामी व पन्नीरसेल्वम की बैठक से नदारद रहे 27 विधायक