दलित विरोधी कौन ? मायावती ने बताया- जब सपा ने फाड़ दिया था दलितों के आरक्षण वाला बिल

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए पहली बार बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो और पूर्व सीएम मायावती भी मैदान में उतरीं। आगरा में जनसभा को संबोधित करते हुए मायावती ने भाजपा, सपा और कांग्रेस पर जमकर निशाना साधा। मायावती ने कहा कि लोगों को इन तीनों ही दलों को ख़ारिज कर देना चाहिए। उन्होंने दलितों का मुद्दा उठाते हुए कहा कि समाजवादी पार्टी (सपा) ने एक बार दलितों के आरक्षण वाला बिल ही फाड़ दिया था। 

बता दें कि यह मामला करीब 10 वर्ष पुराना है, जब लोकसभा में केंद्रीय प्रधानमंत्री कार्यालय मंत्री नारायण सामी ने प्रमोशन आरक्षण बिल पेश किया था। इसी दौरान सपा नेता यशवीर सिंह ने उनके हाथ से बिल की प्रतिलिपि ले ली। इसी दौरान छीना झपटी शुरू हो गई और बिल की कॉपी फट गई। शोर और हंगामे के कारण स्पीकर को लोकसभा की कार्यवाही स्थगित करनी पड़ गई थी। 

बता दें कि यह घटना उस समय हुई, जब केंद्र में कांग्रेस के गठबंधन UPA की सरकार थी। जब यशवीर सिंह ने बिल की कॉपी छीन ली थी, उस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने उन्हें रोकने की कोशिश भी की। इतने में अन्य कई नेता भी उनकी ओर बढ़े और छीना झपटी शुरू हो गई। आज मायावती ने उसी घटना को याद दिलाते हुए सपा पर निशाना साधा है।

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