लखनऊ: देश के सबसे बड़े राज्य यूपी के विधानसभा चुनाव में राजनेताओं के दल बदल का दौर निरंतर जारी है. रविवार को बसपा, सपा को बड़ा झटका लगा है. बहुजन समाज पार्टी, समाजवादी पार्टी, सहित अन्य दलों से आए 21 व्यक्तियों ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया है. इसमें कई दिग्गज नेता भी हैं. इसके साथ ही मौलाना तौकीर रजा की बहू निदा खान ने भी भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गई है. रविवार को भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता लेने के पश्चात् निदा खान ने कहा कि वो पार्टी के कार्यों से प्रभावित हैं, इसलिए उन्होंने यह फैसला लिया. निदा खान ने कहा कि तीन तलाक जैसे मामलों पर भारतीय जनता पार्टी सरकार ने जो काम किया है वो सराहनीय है. निदा खान ने भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने के बाद कहा कि यूपी में भारतीय जनता पार्टी के शासनकाल में ही मुस्लिम महिलाएं सुरक्षित हैं. तीन तलाक का मसला भारतीय जनता पार्टी को सपोर्ट करने का टर्निंग प्वाइंट था. भारतीय जनता पार्टी सरकार ने तीन तलाक पर कानून बनाकर महिलाओं को जो सुरक्षा दी है वह इस बार चुनाव में एक बड़ा मसला होगा. इसके आगे निदा ने कहा कि कांग्रेस ने नारा अवश्य दिया 'लड़की हूं लड़ सकती हूं' किन्तु कोई काम नहीं किया. लेकिन भारतीय जनता पार्टी ने महिलाओं की सुरक्षा को लेकर महिला सशक्तिकरण पर काम किया. इतने वर्ष भारतीय जनता पार्टी सरकार रही, मुसलमानों को कभी कोई समस्या नहीं हुई. तौकीर रजा पर निदा खान ने कहा, ''मेरे ससुर तौकीर रजा कुछ समय पहले कांग्रेस में आए हैं मगर मैंने हमेशा ही भारतीय जनता पार्टी का सपोर्ट किया है क्योंकि भारतीय जनता पार्टी ने मुस्लिम महिलाओं की बातचीत की, उनके सशक्तिकरण पर काम किया.'' इन नेताओं ने की भाजपा ज्वाइन:- शिव चरण प्रजापति (समाजवादी पार्टी सरकार में दो बार मंत्री रह चुके हैं) गंगा राम अम्बेडकर (बहुजन समाज पार्टी) राजीव कुमार गुप्ता फर्रुखाबाद (समाजवादी पार्टी) सुभाष सक्सेना (कांग्रेस) प्रदीप निषाद (बहुजन समाज पार्टी) गिरीश चंद्र कुशवाहा (शाक्य सैनी समाज) शांति देवी देवरिया (कांग्रेस) सुशील बौद्ध सहारनपुर जितेंद्र गुप्ता राजेश पाल विवेक कुमार बांवरा गोवर्धन सोनकर ललितपुर श्रीमती निदा खान ठाकुर ओमवीर चौहान ठाकुर रणवीर सिंह (प्रगतिशील समाजवादी पार्टी) अयोध्या प्रसाद मिश्र अनिल कुमार रघुवंशी (भदोही सुहेलदेव पार्टी) श्रीमती पूनम चंदन दीक्षित नीरज झा पंडित अनिल तिवारी केजरीवाल बोले- पंजाब में बनना चाहिए धर्मान्तरण विरोधी कानून, दिल्ली में इसी मुद्दे पर चुप्पी सिद्धू ने 6 महीने से खुद नहीं भरा 4 लाख का बिजली बिल, पंजाब में फ्री बिजली का वादा कर रही कांग्रेस 'जो अपनी माँ का नहीं हुआ, वो जनता का क्या होगा..', नामांकन भरने के बाद सिद्धू पर बरसे मजीठिया