लखनऊ: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के कमल खिलाने का जिम्मा सूबे के सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ-साथ पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्रनाथ पांडे को भी सौंपा गया है. पांडेय यूपी के पूर्वांचल से ताल्लुक रखते हैं. यूपी में सियासी समीकरण में संतुलन बनाए रखने के लिए को ब्राह्मण चेहरे के तौर महेंद्रनाथ को पार्टी की कमान सौंपी गई थी. ऐसे में 2019 के लोकसभा चुनाव में ब्राह्मण वोटरों के साधने की जिम्मेदारी उनके कन्धों पर है. देहरादून पहुंचे राहुल गांधी, मनीष खंडूड़ी को किया कांग्रेस में शामिल महेंद्रनाथ पांडेय का सियासी सफर संघर्षों से भरा है और उन्होंने अपने जीवन में कई उतार-चढ़ाव देखे हैं. गाजीपुर जिले के पखनपुर ग्राम के मूल निवासी डॉ. महेंद्र नाथ पांडेय का जन्म 15 अक्टूबर 1957 को हुआ था. उन्होंने एमए, पीएचडी के साथ ही मास्टर ऑफ जर्नलिज्म की भी डिग्री प्राप्त की है. उनकी पूरी शिक्षा-दीक्षा बनारस में हुई है. टिकिट वितरण को लेकर सीएम जयराम ठाकुर ने कही ऐसी बात महेंद्र नाथ पांडेय ने छात्र जीवन से ही सियासत में कदम रख दिया था. बीएचयू छात्रसंघ में महामंत्री के पद पर भी रह चुके हैं. सीएम एंग्लो बंगाली इंटर कालेज में वे 1973 में अध्यक्ष निर्वाचित हुए. इसी क्रम में वे 1978 में बीएचयू में छात्र संघ के चुनाव में जीत दर्ज कर महामंत्री बने. इसी के बाद उन्होंने मुख्य राजनीति में कदम रखा. महेंद्र नाथ पांडेय का नाता आपातकाल से लेकर राम मंदिर आंदोलन तक से रहा है. आपातकाल में डॉ. महेंद्र नाथ पाण्डेय पांच माह जेल में काटे थे, वहीं रामजन्म भूमि आंदोलन में मुलायम सिंह यादव की सरकार में इनपर रासुका लगा दिया था. खबरें और भी:- करतारपुर कॉरिडोर पर पाक का असली रूप उजागर, रेल मंत्री ने दिया विवादित बयान संयुक्त रैलियां कर गठबंधन के लिए वोट मांगेंगे मुलायम और मायावती लोकसभा चुनाव: जेडीएस के महासचिव दानिश अली ने थामा बसपा का हाथ