ब्यूरो रिपोर्ट/इंदौर: मध्य प्रदेश के गांवों में किसकी सरकार होगी, इसके परिणाम सामने आ चुके हैं। जिला पंचायत में भाजपा-कांग्रेस में जबरदस्त टक्कर देखी जा रही है। नतीजों के अनुसार, राज्य के 52 जिलों में से 30 पर BJP और 11 जिलों में कांग्रेस को बहुमत है। वहीं, राज्य के 313 जनपद में 160 पर भाजपा को बहुमत मिल रहा है, जबकि 64 पर कांग्रेस आगे है। राज्य के पूर्व सीएम कमलनाथ के गढ़ छिंदवाड़ा में कांग्रेस आगे है। यहां की 26 सदस्यीय जिला पंचायत में 12 पर कांग्रेस और 11 पर भाजपा ने जीत दर्ज की हैं। हालाँकि, अपना अध्यक्ष बनाने के लिए कांग्रेस को 2 और सदस्यों की दरकार होगी। यहां 2 निर्दलीय और 1 सीट पर गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के प्रत्याशी जीते हैं। यहां निर्दलीयों को अपने-अपने पाले में लाने के लिए कांग्रेस और भाजपा में खींचतान देखने को मिल सकती है। वहीं, सीएम शिवराज सिंह चौहान के गृह जिले सीहोर में भी भाजपा को कांग्रेस ने कड़ी टक्कर दी है। इस जिले के अंतर्गत जिला पंचायत सदस्य की 17 सीटें आती हैं। इसमें से दोनों ही दलों के समर्थन वाले 7-7 सदस्य निर्वाचित हुए हैं। वहीं, वार्ड क्रमांक 11 से डॉ. सुरेश और वार्ड 6 से जीवन सिंह भाजपा के दिग्गजों को मात देकर विजयी हुए हैं, ये दोनों ही नेता भाजपा का सपोर्ट कर सकते हैं। ऐसे में सीहोर में भाजपा का पलड़ा भारी माना जा रहा है। वहीं, इंदौर में एक बार फिर भाजपा का दबदबा देखने को मिला है। जिला पंचायत की कुल 17 सीटों में से 12 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की है, जबकि पांच पर कांग्रेस को जीत मिली है। भाजपा की जीत पर पार्टी के जिलाध्यक्ष राजेश सोनकर ने कहा है कि जनता ने विकास को पसंद किया, इसलिए उन्होंने हमारे संगठन पर भरोसा जताया है। प्रदेश सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं से ग्रामीणों को लाभ पहुंचा है। उधर, सांप्रदायिक दंगों के लिए कुख्यात में भी भाजपा का जिला पंचायत अध्यक्ष बनाना तय माना जा रहा है। जिले के 26 वार्ड में से 14 पर भाजपा ने जीत दर्ज की है, वहीं 8 पर कांग्रेस और 4 सीटों पर निर्दलीय को जीत मिली हैं। निर्दलीय भी भाजपा को समर्थन दे सकते हैं। निमाड़ के खंडवा जिला पंचायत में भाजपा ने 16 सीटों में से 8 पर जीत दर्ज की है, तो वहीं कांग्रेस को 6 सीटें मिली हैं। दो सीटों पर भाजपा के बागी नेताओं ने जीत हासिल की हैं। बता दें कि यहां अध्यक्ष पद अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है। ऐसे में अगर बागी नेता, भाजपा का समर्थन कर देते हैं तो, जिले में भगवा दल का अध्यक्ष बन सकता है। मंदसौर की 17 जिला पंचायत सदस्यों में भाजपा और कांग्रेस को बराबर 8-8 सीटों पर जीत मिली हैं, साथ ही एक सीट पर निर्दलीय प्रत्याशी जीता है। मतलब निर्दलीय के वोट से जिलाध्यक्ष का फैसला होगा, किन्तु यहां कांग्रेस के सामने मुश्किल ये है कि उसके 8 सदस्यों में एक भी उम्मीदवार महिला OBC नहीं है और जिले में अध्यक्ष का पद महिला OBC के लिए आरक्षित है। Koo App भारतीय जनता पार्टी पर निरंतर दृढ़ विश्वास जताने के लिए मध्यप्रदेश की जनता को हृदय से धन्यवाद देता हूं। आपको विश्वास दिलाता हूं कि सेवा एवं विकास के माध्यम से आपके इस विश्वास को हम और मजबूत बनायेंगे। - Shivraj Singh Chouhan (@chouhanshivraj) 15 July 2022 Koo App यह हम सबके लिए आनंद का विषय है कि हमारे 80% से अधिक साथियों को जनता ने अपना आशीर्वाद दिया है। @BJP4MP की यह अभूतपूर्व विजय हमारे यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व में भारतीय जनता पार्टी की जनहितकारी नीतियों और विकास के प्रति जनता के विश्वास का प्रतिसाद है। - Shivraj Singh Chouhan (@chouhanshivraj) 15 July 2022 Koo App मध्यप्रदेश के जिला पंचायत चुनाव में @BJP4MP को अपार स्नेह प्रदान कर शानदार विजय का आशीर्वाद देने के लिए सभी भाई-बहनों और कर्मठ साथियों एवं समर्पित कार्यकर्ताओं के प्रति हृदय से आभार प्रकट करता हूं। View attached media content - Shivraj Singh Chouhan (@chouhanshivraj) 15 July 2022 धार में भी भाजपा ने सेंध लगा दी है, यहां जिला पंचायत सदस्यों की 28 सीट हैं। जिले में कांग्रेस 4 विधायक होने के बाद भी पार्टी के 10 उम्मीदवार ही जीत पाए हैं। जबकि, भाजपा के 13 सीटों पर कमल खिलाया है। 5 वार्ड में अन्य उम्मीदवार जीते हैं। अब ये अन्य प्रत्याशी ही तय करेंगे कि जिले में अध्यक्ष किस पार्टी का बनेगा। आरएसएस-बीजेपी कर्नाटक चुनाव की रणनीति पर मंथन करने की तैयारी में लूलू मॉल: जहाँ हुई नमाज़, वहीं करेंगे 'हनुमान चालीसा' का पाठ, हिन्दू महासभा का ऐलान स्कूल की मान्यता मामले पर सीएम योगी की कार्रवाई, लखनऊ के BSA और तत्कालीन एडी बेसिक सस्पेंड