बांग्लादेशी डकैतों की गैंग, प्लेन से आकर डालते थे डाका, 1 लाख का इनामी असलम गिरफ्तार

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस ने डकैत असलम को अरेस्ट कर लिया है, उसके सर पर 1 लाख का इनाम भी घोषित था। बता दें कि, असलम एक बांग्लादेशी घुसपैठिया है, जो भारत में हुए कई अपराधों में शामिल था। अपराधियों का गिरोह रेलवे लाइन के किनारे बने खंडहरों में छिप कर दिन में लोगों के घरों की रेकी करता था और रात में डकैती की वारदात को अंजाम देता था। पुलिस, फ़िलहाल असलम की गैंग में शामिल नासिर, नूर इस्लाम, सुमान और शाहीन नाम के अन्य बांग्लादेशियों की खोजबीन कर रही है। असलम के पास आधार कार्ड के अतिरिक्त हेल्थ कार्ड और कोविड वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट भी बरामद हुआ है। यह गिरफ्तारी शनिवार (14 जनवरी) को हुई है।

 

लखनऊ पुलिस द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, असलम की गैंग में लगभग 12 डकैत है। ये रेलवे लाइन के बगल में स्थित खंडहरनुमा मकानों में अपनी साजिश रचते थे। दिन में एक किसी मकान या दुकान को रेकी कर के वहां वारदात को अंजाम देने के लिए चुन लेते थे। रात में ये एक साथ धावा बोल कर, वहाँ लूटपाट मचाकर फरार हो जाते थे। इस दौरान घर या दुकान के मालिक को बंधक बना कर उसके साथ मारपीट और बलात्कार तक की दरिंदगी की जाती थी। पुलिस ने यह भी बताया है कि असलम और उसके गिरोह के अन्य सदस्य न केवल शताब्दी और राजधानी जैसी ट्रेनों बल्कि फ्लाइट से भी सफर कर के अपनी जगह बदला करते थे। 

 

लखनऊ पुलिस के अनुसार, ट्रेन से यात्रा के दौरान असलम का गिरोह, कुछ हिस्सों में बंट कर बीच-बीच में पड़ने वाले स्टेशनों पर ठहर जाया करता था। यहाँ ये लोग अपने-अपने टारगेट पर लग जाते थे। लूटपाट के बाद ये लोग किसी स्थान पर फिर से इकट्ठे हो जाते थे। पूछताछ के दौरान असलम ने पुलिस को पूछताछ में बताया है कि वो लखनऊ की जेल में कैद रबीउल और बिलाल नामक अपने साथियों से मिलने आया था। रिपोर्ट के अनुसार, असलम इन दोनों की जमानत का प्रबंध करवाने आया था। जेल में मुलाकात न हो पाने के बाद वह लखनऊ के चिनहट इलाके में रुकने के लिए जगह खोज रहा था, मगर आख़िरकार पुलिस द्वारा पकड़ा गया।

असलम ने कहा कि डकैतियों सेलूटे गए पैसों को खर्च कर दिया है। करीब 36 साल के असलम के अब्बा का नाम मुस्लिम खान है और वो बांग्लादेश के बुरसल जिले का निवासी है। उसकी तलाशी के दौरान पुलिस को श्रम कार्ड, आधार कार्ड, हेल्थ कार्ड, कोरोना टीकाकरण सर्टिफिकेट और 2174 रुपए कैश बरामद हुए। वर्ष 2020 में असलम पर लखनऊ में ही डकैती और 2021 में विदेशी नागरिकता अधनियम के साथ हत्या की कोशिश का केस दर्ज हो चुका है। वाराणसी और लखनऊ मिला कर असलम पर अब तक कुछ 8 केस दर्ज हो चुके हैं।

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