सूरत : बच्चों में सहनशीलता दिनप्रतिदिन कम होती जा रही है दरअसल अपना नया मोबाइल फोन खोने के बाद, 19 साल के एक युवा ने पंडेसरा स्थित अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक की पहचान कर्मयोगी सोसाइटी के प्रमोद राठौड़ के रूप में हुई है। प्रमोद को इस बात को डर था कि फोन खो जाने के कारण पेरेंट्स उसे डांटेंगे, इसलिए उसने इतना बड़ा कदम उठा लिया। प्रमोद ने जब फांसी लगाई तब परिवार को कोई सदस्य घर में मौजूद नहीं था। मोबाइल खोने से था दुखी पुलिस की माने तो अभी तक कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। प्रमोद के परिवार ने पुलिस को बताया कि वह नया मोबाइल खोने से वह दुखी था। हाल ही में उसने अपनी कमाई से 20 हजार रुपए का मोबाइल लिया था। वह ड्राइवर के रूप में काम करता था और अपने परिवार को सपोर्ट करने और उनका खर्चा उठाने जितना कमा लेता था। मोबाइल खरीदने के कुछ दिन में ही फोन खो दिया था। पुलिस अधिकारी की माने तो प्रमोद को पेरेंट्स की डांट का डर था और उन्हें संदेह है कि इसी डर के कारण उसने खुद की जान ली। पुलिस संभावना तलाश रही है कि कहीं प्रमोद के जीवन में कोई व्यक्तिगत या व्यावसायिक मुद्दे तो नहीं थे जिसके कारण उसने आत्महत्या कर ली. 3 महीने पहले जेल से रिहा हुए अपराधी की गोली मरकर हत्या बिहार में बेखौफ अपराधी, 72 घंटों में तीसरी हत्या गाली बकने के लिए किया मना, दबंगो ने कर दी हत्या