मुजफ्फरपुर बालिका गृह: नशे की दवाई देकर ब्रजेश करता था दुष्कर्म

पटना: बिहार के मुजफ्फरपुर बालिका गृह में हुए लड़कियों के यौन उत्पीड़न की घटना में नित नए तथ्य सामने आ रहे हैं. पीड़िताओं ने पोक्सो कोर्ट में बताया है कि किस-किस तरह की यातनाएं देकर उनके साथ बलात्कार किया जाता था. उन्होंने बताया कि उन्हें भूखा रखा जाता है, नशीली दवाएं दी जाती थी और नग्न अवस्था में सोने कि लिए मजबूर किया जाता था, अगर वे मना करतीं तो उन्हें बुरी तरह मारा पीटा जाता था.

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एक 10 वर्षीय लड़की ने अदालत में बयान देते हुए कहा कि 'मेरे खाने में नशे की दवाएं मिलाई जाती थी जिसकी वजह से मुझे बेहोशी महसूस होती थी, मुझसे आंटियां कहती थीं कि ब्रजेश सर के कमरे में सो जाओ और वह उन आगंतुकों के बारे में बात करते थे जो आने वाले होते थे. जब सुबह मैं उठती थी तो मुझे अपनी पैंट जमीन पर गिरी हुई मिलती थी. 

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गौरतलब है कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह में 21 लड़कियों के साथ हुए बलात्कार की घटना ने सनसनी मचा दी थी, लेकिन अब ये संख्या बढ़कर 34 पहुँच गई है, दबी सहमी लड़कियों ने भी बाकी लड़कियों को देखकर आवाज़ बुलंद की है. इनमे से अधिकतर लड़कियां 7 से 14 साल के बीच हैं. आपको बता दें कि इस बालिका गृह में रहने वाली अधिकतर लड़कियां अनाथ हैं या फिर खोई हुई हैं, कुछ को तो बोलने में भी परेशानी होती है. पुलिस ने संरक्षण के लिए इन्हे यहाँ छोड़ा था. इस गृह का संचालन सेवा संकल्प एवं समिति करती है जिसके मुखिया का नाम ब्रजेश कुमार ठाकुर है, ठाकुर अपने स्टाफ के 9 सदस्यों के साथ इस समय न्यायिक हिरासत में है. 

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