रांची: झारखण्ड के चर्चित चारा घोटाले के डोरंडा ट्रेजरी मामले में CBI कोर्ट ने RJD सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (RJD Chief Lalu Yadav) को अपराधी करार दिया है. इस मामले लालू यादव सहित 75 व्यक्तियों को अपराधी करार दिया गया है, जबिक 24 अपराधियों को रिहा कर दिया गया है. बता दे कि यह मामला डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की निकासी का है. 1990 से 1995 के बीच डोरंडा कोषागार से 139 करोड़ रुपये की निकासी की गई थी. लगभग 27 वर्ष पश्चात् अदालत ने इस घोटाले पर फैसला सुनाया. चारा घोटाले में डोरंडा कोषागार से 139.35 करोड़ की निकासी सबसे बड़ी घटना है. आरसी 47ए/96 मामला 1990 से 1995 के बीच का है. CBI ने 1996 में अलग-अलग कोषागारों से गलत तरीके से अलग-अलग रकमों की निकासी को लेकर 53 मुकदमे दर्ज किए थे. ये रुपयों को संदिग्‍ध तौर पर पशुओं तथा उनके चारे पर खर्च होना बताया गया था. बता दे कि 53 मामलों में से डोरंडा कोषागार का मामला आरसी 47 (ए)/ 96 सबसे बड़ा, जिसमें सर्वाधिक 170 आरोपित सम्मिलित हैं. इसमें से 55 अपराधियों की मौत हो चुकी है. दीपेश चांडक और आरके दास सहित सात अपराधियों को CBI ने गवाह बनाया. सुशील झा एवं पीके जायसवाल ने अदालत के फैसले से पहले ही खुद को अपराधी मान लिया था. डोरंडा कोषागार मामले में छह नामजद अपराधी लापता हैं. डोरंडा कोषागार मामले में पूर्व सीएम लालू प्रसाद, पूर्व सांसद जगदीश शर्मा, डॉ आरके राणा, पीएसी के तत्कालीन अध्यक्ष ध्रुव भगत, तत्कालीन पशुपालन सचिव बेक जूलियस, पशुपालन विभाग के सहायक निदेशक डॉ केएम प्रसाद समेत 99 अपराधी हैं. आज लालू यादव को अपराधी करार दे दिया गया है. वही लालू यादव को सज़ा का आधा समय काट लेने तथा हेल्थ ग्राउंड के आधार पर जमानत प्राप्त हुई है. अब डोरंडा कोषागार मामले में लालू यादव को अपराधी करार दे दिया गया. लालू यादव की सजा पर सुनवाई शेष है. ऐसे में देखना होगा कि लालू यादव एक बार फिर जेल जाते हैं या फिर उन्हें बेल प्राप्त हो जाती है. 46 साल कांग्रेस में रहने के बाद पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार ने छोड़ी पार्टी, बताया ये बड़ा कारण सरकारी नौकरी के नाम पर भाजपा नेता ने लिए पैसे, पार्टी ने 6 साल के लिए किया निलंबित प्रियंका गाँधी ने बेरोजगारी के मुद्दे पर PM मोदी को घेरा