मस्जिदों के गुंबद और मीनारें हटा रहा चीन, पत्रकार ने CPIM की चुप्पी पर उठाए सवाल

नई दिल्ली: चीन अपने देश में स्थित मस्जिदों पर से गुंबद और मीनारें हटाने में जुट गया है। चीन के इस कदम को लेकर अब भारत के मुस्लिम हितैषी और कम्यूनिस्ट पार्टी के नेताओं पर लोग निशाना साधते नज़र आ रहे हैं। बता दें कि चीन ने हाल के दिनों में मस्जिदों से अरब-शैली की विशेषताओं को हटाना आरंभ कर दिया है। इसे और अधिक ‘चीनी’ दर्शाने के लिए इसे तोड़कर फिर से निर्माण करवाने का अभियान चल रहा है। 

 

जिनिंग में “सिनिसाइज़ेशन” अभियान जारी है, जिसे सिनिंग के नाम से भी जाना जाता है। यह इलाका चीन में किंघई प्रांत की राजधानी है, जहां हुई समुदाय के मुसलमान रहते हैं। इसी को लेकर पत्रकार अनंत विजय ने भारतीय कम्यूनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) पर हमला बोला है। उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा है कि 'चीन की वामपंथी सरकार देश के मस्जिदों के गुंबदों और मीनारों को हटा रही है।सांस्कृतिक एकीकरण के नाम पर ये किया जा रहा है।भारत की कम्युनिस्ट पार्टी (एम) की सेंट्रल कमेटी की बैठक में इसपर किसी ने चर्चा तक नहीं की(की हो तो सार्वजनिक करें)।चीन का नाम आते ही झंडाबरदार मुँह फेर लेते हैं।'

मीडिया के मुताबिक, चीन के उत्तर-पश्चिमी शहर जिनिंग में अपने तक़रीबन 700 सालों में डोंगगुआन मस्जिद का स्वरूप कई दफा बदला है। पहले एक चीनी शाही महल की शैली में निर्मित, टाइलों वाली छतों-गुंबदों के साथ, और बौद्ध प्रतीकों से सजी, 20 वीं शताब्दी की शुरुआत में सियासी उथल-पुथल के दौरान उपेक्षा से मस्जिद करीब-करीब नष्ट हो गई थी। 1990 के दशक में, अधिकारियों ने छत और मीनारों पर मूल सिरेमिक टाइलों को हरे गुंबदों से बदल दिया। इस साल, प्रांतीय अधिकारियों ने उन गुंबदों को ध्वस्त कर दिया।

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