लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह की तैनाती अब सरहद पर

लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह भारतीय सेना का वो सेनानी जिसने सर्जिकल स्ट्राइक के जरिए करीब 2 साल पहले पाकिस्तान को उसी की धरती पर सबक सिखाने का राज खोला था. अब एक और बड़ा कारनामा करने जा रहा है. जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का खात्मा करने की बड़ी जिम्मेदारी अब लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह को सौपी गई है. पाकिस्तान के खिलाफ सर्जिकल स्ट्राइक के दौरान डीजीएमओ रहे लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह ने शुक्रवार को सेना की सबसे महत्वपूर्ण उत्तरी कमान की कमान संभाल ली है. लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह लेफ्टिनेंट जनरल देवराज अंबु के स्थान पर नियुक्त हुए हैं जिन्हें थल सेना का उपप्रमुख नियुक्त किया गया है.

सेना की नौ डोगरा के लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह अब उत्तरी कमान के नए कमांडर के तौर पर खासकर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के खिलाफ कमान संभालेंगे. 2016 में पीओके में हुई सर्जिकल स्ट्राइक की मीडिया को जानकारी जनरल रणबीर सिंह ने ही दी थी जिसके बाद मीडिया में डीजीएमओ के तौर पर उनकी काफी चर्चा हुई.

जालंधर में पैदा हुए रणबीर सिंह ने ने प्रारंभिक शिक्षा कपूरथला के सैनिक स्कूल की. उसके बाद 1980 में भारतीय सैन्य अकादमी, देहरादून के लिए चुने गए. उनकी पहली पोस्टिंग 9 डोगरा रेजीमेंट में हुई. डीजीएमओ के बाद लेफ्टिनेंट जनरल रणवीर सिंह को प्रमोशन देकर स्ट्राइक 1 कोर का कमांडर बनाया था. सेना की स्ट्राइक 1 कोर देश के तीन हमलावर बलों में से एक है जिसका मुख्यालय मथुरा में है. सेना की यह कोर शॉर्ट नोटिस पर भी पाकिस्तान के भीतर घुसकर हमला करने के लिए हमेशा तैयार रहती है.

 

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