क्या नरक भोग रहीं संदेशखाली की महिलाएं ? 20 मिनट के वीडियो में भाजपा ने खोले कई राज़, निशाने पर ममता सरकार

कोलकाता: सत्तारूढ़ ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली तृणमूल कांग्रेस (TMC) सरकार पर अपना हमला तेज करते हुए, भाजपा ने गुरुवार को संदेशखली पर एक वृत्तचित्र जारी किया, जो कई महिलाओं द्वारा तृणमूल कांग्रेस (TMC) नेता शाहजहां शेख और उनके समर्थकों द्वारा उनके खिलाफ किए गए यौन अत्याचारों को लेकर विरोध शुरू करने के बाद तनावपूर्ण हो गया है। 

यहाँ देखें वीडियो:-

20 मिनट की डॉक्यूमेंट्री में संदेशखाली की महिलाओं को दिखाया गया है कि कैसे शाहजहां शेख और उसके सहयोगियों ने कथित तौर पर उनकी जमीन हड़प ली और उनका यौन उत्पीड़न किया। भाजपा ने डॉक्युमेंट्री पोस्ट करते हुए कहा कि, "एक सच जो हमें चौंका देगा। एक सच जो हमें पीड़ा पहुंचाएगा। एक सच जो हमारी अंतरात्मा को झकझोर देगा। संदेशखाली का सच, जिसे ममता बनर्जी छिपाने की कोशिश कर रही हैं।"  

बंगाली में एक अन्य पोस्ट में, भाजपा ने ममता बनर्जी से सवाल किया कि, "दीदी के बोलो आरो कोतो 'संदेशखली' (दीदी को बताएं कि संदेशखली जैसी और कितनी घटनाएं हैं)"। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी को प्यार से "दीदी" या बड़ी बहन कहा जाता है। डॉक्यूमेंट्री में महिलाओं को अपनी आपबीती साझा करते हुए दिखाया गया है कि कैसे शाहजहाँ शेख और उनके समर्थकों ने उनकी जमीन हड़प ली और बिना कोई मुआवजा दिए ग्रामीणों का शोषण किया।

राज्य की सार्वजनिक वितरण प्रणाली में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में शाहजहाँ शेख के घर पर छापा मारने गई प्रवर्तन निदेशालय (ED) की एक टीम पर उसके समर्थकों द्वारा हमला किए जाने के बाद से शाहजहाँ शेख 5 जनवरी से फरार है। संदेशखाली में महिलाओं के साथ बलात्कार और उत्पीड़न की कथित घटनाओं को लेकर सत्तारूढ़ टीएमसी और भाजपा के बीच बढ़ते वाकयुद्ध के बीच यह घटनाक्रम सामने आया है।

हालाँकि, पश्चिम बंगाल पुलिस ने कहा है कि विभिन्न टीमों द्वारा पूछताछ के बाद उसे संदेशखाली में महिलाओं से बलात्कार या यौन उत्पीड़न की कोई शिकायत नहीं मिली है। पिछले दो हफ्तों में, कई भाजपा नेताओं और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग (NCSC) और राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग (NHRC) की टीमों ने संदेशखाली का दौरा किया है। राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने भी उत्तर 24 परगना क्षेत्र का दौरा किया और स्थिति को "भयानक, चौंकाने वाला और चकनाचूर करने वाला" बताया। बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता सुवेंदु अधिकारी ने मंगलवार को द्वीप का दौरा किया और कहा कि वहां "कोई लोकतंत्र नहीं" है।

संदेशखाली में क्या हो रहा ?

बता दें कि, राशन घोटाले में फरार TMC नेता शाहजहां शेख की गिरफ्तारी की मांग को लेकर स्थानीय लोगों, विशेषकर महिलाओं ने हाथों में चप्पलें लेकर संदेशखाली के विभिन्न हिस्सों में प्रदर्शन किया है। शाहजहां शेख, तलाशी लेने पहुंची ED की टीम पर हमले के बाद से फरार है। बंगाल पुलिस भी उसका कोई पता नहीं लगा पाई है। अब TMC नेता शाहजहां शेख के जाने के बाद इन महिलाओं की थोड़ी हिम्मत बढ़ी है और वे सड़कों पर उतरकर न्याय मांग रहीं हैं।

 

प्रदर्शन कर रहीं सैकड़ों महिलाओं का कहना है कि शाहजहां शेख और उसके गुंडे उनका यौन शोषण करते हैं, घरों से महिलाओं को उठा ले जाते हैं और मन भरने पर छोड़ जाते हैं। महिलाओं का कहना है कि, यहाँ रेप और गैंगरेप आम बात है। TMC के गुंडे अपनी महिला कार्यकर्ताओं को भी नहीं छोड़ते, उन्हें अकेले मीटिंग में बुलाते हैं, धमकी देते हैं कि नहीं आई तो तुम्हारे पति को मार डालेंगे। प्रदर्शन कर रहीं महिलाओं का कहना है कि, उन्हें (TMC के गुंडों को) जो भी महिला पसंद आ गई, उसे वो घर से उठा ले जाते हैं और रात भर भोगकर, सुबह घर भेज देते हैं। पश्चिम बंगाल की पुलिस TMC के गुंडों की ढाल बन जाती और पीड़ितों को ही दबाती है। एक महिला ने तो मीडिया से बात करते हुए यहाँ तक दावा किया था कि, TMC के गुंडे घरों के सामने आकर कहते हैं कि 'बाहर निकल आज तेरे साथ सामूहिक बलात्कार करेंगे।' ये कहते हुए गुंडे उसे पति और पुलिस के सामने खींच कर ले गए, लेकिन कोई नहीं बचा सका। 

अब शाहजहां शेख के फरार होने के बाद ये महिलाएं आवाज़ उठाने लगी हैं तो बंगाल पुलिस ने इलाके में धारा 144 लगा दी है। मीडिया को वहां जाने नहीं दिया जा रहा है। यहाँ तक कि, गवर्नर जब उन पीड़ित महिलाओं से मिलने जा रहे थे, तो TMC वर्कर्स ने केंद्र सरकार के विरोध के नाम पर उनका काफिला भी रोक दिया था। किसी तरह गवर्नर यहाँ पीड़िताओं से मिलने पहुँच पाए और उनकी बातें सुनीं, लेकिन एक्शन तो बंगाल पुलिस को लेना है, जो ममता बनर्जी के नेतृत्व वाली TMC सरकार के आधीन है। ऐसे में सवाल ये उठता है कि, जो बंगाल पुलिस अब तक ED अधिकारीयों पर हमला करके फरार हुए TMC नेता शाहजहां शेख को नहीं ढूंढ पाई है, उसके खिलाफ आवाज़ उठा रही पीड़ित महिलाओं को दबा रही है, क्या उससे इंसाफ की उम्मीद की जा सकती है ?

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