भारत ने खोया 2021 पुरुष विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप की मेजवानी का मौका

भारत ने मंगलवार को पुरुषों की विश्व मुक्केबाजी चैंपियनशिप 2021 की मेजबानी गंवा दी है. भारत से इस टूर्नामेंट की मेजबानी इसलिए छिनी है, क्योंकि राष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघ ने मेजबानी की फीस नहीं भरी थी. हालांकि, भारतीय महासंघ ने कहा कि यह कदम एआइबीए ने जल्दबाजी में उठाया है. अंतरराष्ट्रीय मुक्केबाजी महासंघ (एआइबीए) ने 2017 में किया गया करार तोड़कर अब सर्बिया को मेजबानी सौंपी है.

भारतीय मुक्केबाजी महासंघ ने स्वीकार किया कि विलंब हुआ है, लेकिन कहा कि पैसा किस खाते में भेजना है, इसे लेकर मसले सुलझाने में एआइबीए के नाकाम रहने के कारण यह प्रक्रियागत पेचीदगियां पैदा हुईं. एआइबीए ने कहा कि भारत मेजबान शहर अनुबंध के नियमों के तहत मेजबानी की फीस नहीं भर सका जिससे एआइबीए ने करार तोड़ दिया. भारत को अब करार रद होने के कारण 500 डॉलर का जुर्माना भरना होगा. भारत में यह टूर्नामेंट पहली बार होने वाला था.

एआइबीए ने टूर्नामेंट के लिए सर्बिया को मेजबानी का अधिकार मंगलवार को सौंप दिया. अब ये टूर्नामेंट सर्बिया में ही अगले साल आयोजित होगा. बीएफआइ ने यह भी दावा किया कि उन्हें सलाह नहीं दी गई थी और उन्होंने आरोप लगाया कि एआइबीए ने सर्बिया से जुड़े बैंक संचालन के दौरान उनकी सहायता नहीं की. BFI की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है, "WCH-2021 को BFI को आवंटित किया गया था और मेजबान शहर समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे. इसके बाद लुसाने में AIBA खाते को फ्रीज कर दिया गया था." बयान में आगे कहा गया है, "एआइबीए का सर्बिया में एक खाते के माध्यम से पिछले भुगतान करने का इरादा है. सर्बिया एफएटीएफ (फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स) देशों की ग्रे सूची में है, भारतीय बैंक आम तौर पर सर्बिया को पैसा नहीं भेजते हैं. एआइबीए इन मुद्दों को हल नहीं कर सकता है. एआइबीए का खाता स्विट्जरलैंड में है, जैसा कि मेजबान शहर समझौते में उल्लेख है वह अभी भी निष्क्रिय है."

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