LAC पर तनाव चरम पर, ड्रोन से बॉर्डर की निगरानी कर रहे भारत और चीन

लेह: लद्दाख बॉर्डर पर भारत और चीन के बीच गतिरोध जारी है. वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर माहौल तनावपूर्ण बना हुआ और दोनों देशों की तरफ से जवानों की तैनाती बढ़ा दी गई है. इस बीच भारतीय क्षेत्र में कई बार चीन के ड्रोन देखे गए हैं. सूत्रों का कहना है कि चीनी ड्रोन पिछले कुछ सप्ताह में कम से कम चार बार भारतीय पोजिशन पर देखे गए थे.

जमीन पर जवानों को मैन-पोर्टेबल ड्रोन से लैस किया गया है. विशेष तौर पर 'स्पाईलाइट' मिनी यूएवी सिस्टम से लद्दाख बॉर्डर की निगरानी की जा रही है. यह ड्रोन साइरन सॉल्यूशंस एंड सिस्टम्स और इजराइली फर्म ब्लूबर्ड एयरो सिस्टम्स के संयुक्त उद्यम से 2018 में ऊंचाई वाले स्थानों पर मॉनिटरिंग के लिए लिया गया था. ये ड्रोन प्रतिकूल मौसम की स्थिति में भी कार्य करता है. यह ड्रोन 10,000 मीटर या 30,000 फीट की ऊंचाई पर सभी मौसम की स्थिति में रिअल टाइम वीडियो फुटेज देने में सक्षम है. पिछले महीने, चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स ने ऐलान किया था कि उसके नए मानव रहित हेलीकाप्टर ड्रोन को LAC पर तैनात किया जा सकता है.

रिपोर्ट में कहा गया है कि AR500C 5,000 मीटर की ऊंचाई पर उड़ान भर सकता है और इसमें 6,700 सीलिंग है. चीन का यह ड्रोन पांच घंटे तक उड़ान भर सकता है. इसके अधिकतम स्पीड 170 किलोमीटर है और यह अधिकतम 500 किग्रा भर वहन कर सकता है.

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