भारत में पाकिस्तान-बांग्लादेश से भी अधिक भुखमरी, ग्लोबल हंगर इंडेक्स की रिपोर्ट को लेकर स्मृति ईरानी पर भड़का विपक्ष

नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यह दावा करने के बाद विपक्ष के निशाने पर आ गई हैं कि ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) की गणना "140 करोड़ लोगों में से केवल 3,000 लोगों से पूछकर की जाती है कि क्या वे भूखे हैं।'' ईरानी ने कहा कि, "ऐसे सूचकांक हैं, जो भारत की कहानी पेश नहीं करते हैं और जानबूझकर ऐसा किया जाता है। उदाहरण के लिए, ग्लोबल हंगर इंडेक्स, जिसे कई लोग बकवास कहते हैं। वे यहां भारत में 140 करोड़ लोगों में से 3,000 लोगों को फोन करके और उनसे पूछकर सूचकांक बनाते हैं। अगर वे भूखे हैं। वह सूचकांक कह रहा है कि पाकिस्तान भारत से बेहतर प्रदर्शन कर रहा है, क्या आप कल्पना कर सकते हैं?" 

 

स्मृति ईरानी ने शुक्रवार को हैदराबाद में फेडरेशन ऑफ इंडियन चैंबर्स ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री (फिक्की) के सम्मेलन में यह बातें कहीं थी, जिसके बाद पूरा विपक्ष उनको घेरने में लग गया है। बता दें कि, 2023 ग्लोबल हंगर इंडेक्स के अनुसार, भारत 28.7 स्कोर के साथ 125 देशों में से 111वें स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान 26.6 स्कोर के साथ सूचकांक में 102वें स्थान पर है। विपक्षी नेताओं ने ईरानी की टिप्पणियों की कड़ी आलोचना की, कांग्रेस की सुप्रिया श्रीनेत ने स्मृति ईरानी के बयान को "असंवेदनशीलता और अज्ञानता" बताया है।

कांग्रेस नेत्री सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि, 'मुझे नहीं पता कि अधिक शर्मनाक क्या है - आपकी अज्ञानता का स्तर या यहां प्रदर्शित आपकी असंवेदनशीलता? क्या आप ईमानदारी से सोचते हैं कि वैश्विक भूख सूचकांक की गणना लोगों को फोन करके और उनसे यह पूछकर की जाती है कि क्या वे भूखे हैं!!???” उन्होंने कहा कि, 'आप भारत सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं - आपको सुनकर आश्चर्य होता है। सच कहूँ तो, तुम एक शर्मिंदगी हो!'

सुप्रिया श्रीनेत ने कहा कि, "मंत्री महोदया, किसी देश का वैश्विक भूख सूचकांक बहुत हद तक 4 संकेतकों पर आधारित होता है - अल्पपोषण, बाल विकास में कमी, बाल विकास में कमी और बाल मृत्यु दर।" श्रीनेत ने ईरानी से कहा कि वह "भूख का मजाक न बनाएं। आप एक अत्यंत शक्तिशाली और हकदार महिला हैं, भगवान के लिए भारत सरकार में मंत्री हैं! आप जिन उड़ानों में सवार होते हैं और जिन स्थानों पर आप जाते हैं, वहां पर्याप्त और अधिक भोजन उपलब्ध है।'

 

वहीं, शिवसेना (UBT) नेता प्रियंका चतुर्वेदी ने भी केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की। चतुर्वेदी ने लिखा कि, 'खाने के लिए मुश्किल से समय मिलना = खाने के लिए मुश्किल से खाना मिलना। अगर अहंकार का कोई चेहरा होता, तो वह मंत्रीजी होते।'' बता दें कि, स्मृति ईरानी ने पहले भी ग्लोबल हंगर इंडेक्स (GHI) की आलोचना करते हुए कहा था कि यह भारत की सच्ची तस्वीर को प्रतिबिंबित नहीं करता है, क्योंकि यह "भूख का त्रुटिपूर्ण माप" है।

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