एक व्यस्क व्यक्ति की पहचान कैसे की जाती है तो इसका जवाब यही होगा कि इंसान के शारीरिक, मानसिक विकास और उम्र के आधार पर एक व्यस्क व्यक्ति की पहचान की जाती है. दुनिया में कई ऐसी जनजातियां है जिनमें एक व्यस्क की पहचान उम्र से नहीं बल्कि कुछ परीक्षाओं से जांची जाती है. आइये जानते हैं कुछ जनजातियों के अजीबोगरीब पैरामीटर के बारे में जिसके द्वारा ये लोग एक व्यस्क व्यक्ति की पहचान करते हैं. 1. खतरनाक कीड़ों से खुद को कटवाना: सतेरे-मो जनजाति के लोग व्यस्क होने वाले लड़के को खतरनाक कीड़े-मकोड़ों से बना एक प्रकार का दस्ताना पहनाते हैं. ये कीड़े शरीर में चिपकते ही काटने लगते है जिससे काफी दर्द होता है. यदि लड़का इस दस्ताने को पहनने के बाद कीड़े के काटने वाले दर्द को बर्दाश्त कर 10 मिनट तक पहना रहता है, तो वह व्यस्क माना जाता है. यदि वो इस बीच रो देता है तो तो उसे व्यस्क होने की मान्यता नहीं मिलती है. 2.चेहरे पर कई टैटू बनवाना: फुलानी जनजाति, यह जनजाति खासकर पश्चिमी अफ्रीका में पाई जाती है, जहां के लोग अपने आप को व्यस्क दिखामे के लिए टैटू को अपने शरीर पर गुदवाते है. माना जाता है कि ये प्रथा यहां की महिलाओं को लिए ही लागू होती है, जिन्हें अपने पूरे शरीर व चेहरे को टैटू बनवानी पड़ती है. तभी ये व्यस्क मानी जाती है. 3. दुश्मन की बलि चढ़ाना: यहां के जाति के लड़को को व्यस्क होते ही युद्ध कला में भेज दिया जाता था. यहां पर 17 वर्ष की आयु पार करते ही युद्ध क्षेत्र की कला को सिखाने से लिए युवाओं को भेज दिया जाता था और प्रशिक्षण पूरा करने के बाद इन्हें किसी दुश्मन की बलि को चढ़ाना आवश्यक होता है. तभी इनका प्रशिक्षण पूरा माना जाता है. भाजपा महिला सांसदों से साथ देने की गुहार लगा रहे पहलवान भारत के लिओन ल्यूक मेन्दोंसा नें जीता बाकू का शानदार खिताब जबरा ओपन में संयुक्त 37वें स्थान पर रही दीक्षा