पहले के दशक से तुलना की जाये तो आज देश में अस्पतालों की संख्या कही ज्यादा बढ़ गयी है और उनसे मिलने वाली सुविधाओं को भी बढ़ा दिया है. अब भले वो एम्बुलेंस सुविधा हो या फिर ब्लड बैंक कार्यालय. इसी को देखकर इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) यह अनुमान लगाया है की देश का हेल्थटेक कारोबार 2020 तक 1 अरब डॉलर का होगा और इसका सीएजीआर (वार्षिक चक्रवृद्धि वृद्धि दर) सालाना 11 फीसदी की दर से बढ़ेगा. स्वास्थ्य सेवा उद्योग के प्रमुख सम्मेलनों में से एक इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आईएएमएआई) द्वारा आयोजित दूसरे 'हेल्थ टेक 2017- अभिनव, प्रेरणा और रचना' में अध्यापकों, शोधार्थियों और छात्रों को जुड़ने का अवसर मुहैया कराता है तथा यहां उद्योग में सुधार के साथ फंड जुटाने के उपायों को लेकर चर्चा की जाती है. इस सम्मेलन में प्रमुख सेवा प्रदाताओं, उद्यमियों, शोधार्थियों, नीति निर्माताओं, डॉक्टरों और अध्यापकों ने तेजी से बदलते स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र में विचारों और नवाचारों को साझा किया. इसके अलावा कनेक्टेड डिवाइसेज, मॉनिटरिंग वेयरेबल्स, रोबोटिक टेलीमेडिसिन, सेंसर्स जैसे हाइटेक प्रोद्यौगिकियों पर चर्चा की गई. देश को आगे ऐसी आधुनिक तकनीकों की ज़रूरत है जिससे मरीज़ों का तुरंत अच्छे से अच्छे स्तर का इलाज दिया जा सके. इसी सुविधा के बारे में सोचते हुए इंटरनेट एंड मोबाइल एसोसिएशन ऑफ़ इंडिया ने 2020 में होने वाली इस लागत के आंकड़े का अनुमान लगाया. टेक्नोलॉजी में पढिये नए गैजेट्स, इंस्ट्रूमेंट्स, मोबाइल अप्प्स से जुडी मज़ेदार बातें और किस तरह आप भी बन सकते है स्मार्ट मोबाइल यूजर. लिविंग रूम का इंटरटेनमेंट सेंटर Xbox 360 SONY के Xperia R1 और Xperia R1 Plus आये मार्केट में Dell XPS 15 नोटबुक हुआ भारत में लॉन्च, जानें कीमत और फीचर्स