खुले में नमाज न पढ़ने की नसीहत देकर खट्टर मुश्किल में

दिल्ली: खुले में नमाज न पढ़ने की अपनी सलाह हरियाणा के सीएम मनोहर लाल खट्टर ने सफाई देते हुए सोमवार को कहा कि यदि कोई नमाज पढ़ने में बाधा पहुंचाता है तो प्रशासन उसके खिलाफ कार्रवाई करेगा. मामले पर उनकी सरकार के मंत्री अनिल विज ने कहा है कि जमीन कब्जा करने की नीयत से नमाज पढ़ना गलत है. खट्टर के बयान की बाबत पूछने पर विज ने कहा, 'कभी-कभार यदि किसी को पढ़नी पड़ जाती है तो धर्म की आजादी है. लेकिन, किसी जगह को कब्जा करने की नीयत से नमाज पढ़ना गलत है. उसकी इजाजत नहीं दी जा सकती.

इसे पहले खुले में नमाज और इस मसले पर गुड़गांव के हिंदूवादी संगठनों के विरोध को लेकर खट्टर ने कहा था कि मस्जिद या ईदगाह में ही नमाज पढ़ी जानी चाहिए. उनके इस बयान के बाद सूबे के विपक्षी दल कांग्रेस और इंडियन नैशनल लोकदल ने बीजेपी पर हमला बोलते हुए कहा था कि यदि ऐसा है तो फिर सार्वजनिक स्थानों पर जागरण आदि पर भी रोक लगाई जानी चाहिए. 

ऐसे में माना जा रहा है कि विपक्ष के हमले से बचने के लिए खट्टर ने यह बयान दिया है. 6 अप्रैल को वजीराबाद गांव के कुछ लोगों ने सेक्टर 43 के ग्राउंड में नमाज पढ़े जाने का विरोध किया था. इसके बाद सेक्टर 53 पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कराई गई थी और 6 लोगों को अरेस्ट किया गया था. जीके बाद हिंदूवादी संघठन उग्र प्रदर्शन की धमकी दे चुके थे. 

 

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खुले में नहीं मस्जिद में पढ़ें नमाज : खट्टर

 

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