कानपुर: राज्य के हरदोई कलेक्टर अविनाश कुमार COVID-19 सकारात्मक पाए गए हैं. आरंभिक लक्षण दिखने के पश्चात् उन्होंने अपना टेस्ट कराया था. बृहस्पतिवार को आई रिपोर्ट में उन्हें सकारात्मक पाया गया है. कलेक्टर अविनाश कुमार ने बुधवार को ही स्वयं को क्वारंटीन कर लिया था. कलेक्टर सरकारी आवास में ही आइसोलेट हैं. वही उनके कोरोना संक्रमित होने के पश्चात् उनके संपर्क में आये सभी लोगों की जांच की जाएगी. वही दूसरी तरफ शहर में COVID-19 रोगियों के उपचार में इंडियन काउंसिल आफ मेडिकल रिसर्च ने विश्व का प्रथम सबसे बड़ा ट्रायल पूर्ण कर लिया है. इससे व्यक्त हुआ है कि प्लाज्मा थेरेपी COVID-19 संक्रमितों के उपचार के लिए एक सपोर्ट है, हांलाकि आखिरी नतीजा एक जैसा है. इसके लिए दवा की आवश्यकता है. ट्रायल में जितने संक्रमित प्लाज्मा थेरेपी से स्वस्थ हुए, उतने ही बिना थेरेपी दिए उपचार के बल पर स्वस्थ हुए. मौत भी समान हुईं. वही प्लाज्मा थेरेपी से अंतर इतना पड़ा हैै कि स्वस्थ होने वाले संक्रमित शीघ्र निगेटिव हो गए, तथा उनमें प्राणवायु की खपत शीघ्र कम हुई है. पुरे देश में आईसीएमआर ने 436 COVID-19 संक्रमितों को ट्रायल में सम्मिलित किया था. इनमें 235 को प्लाज्मा थेरेपी दी गई, तथा 229 को दवाओं पर रखा गया. दोनों ही श्रेणी के गंभीर रोगियों में मौत का आंकड़ा एक जैसा रहा है. स्वस्थ होने वाले रोगी भी वैसे ही रहे. जीएसवीएम मेडिकल कालेज के ब्लड ट्रांसफ्युजन विभाग की नोडल डॉ. लुबना खान ने बताया कि जाहिर है कि प्लाज्मा एक सपोर्ट है. इसी के साथ ये एक बड़ी उपलब्धि है. विधायक के अवैध कब्जे को लेकर बीजेपी ने किया धरना प्रदर्शन ओडिशा में सामने आए कोरोना संक्रमण के 3991 नए केस LAC पर तनाव के बीच आज चीनी विदेश मंत्री से मुलाकात करेंगे एस जयशंकर