शिप्रा नदी में धमाकों की वजह हो सकती है पूजन सामग्री, GSI ने कहा- 'रोक लगाएं'

उज्जैन: मध्य प्रदेश के उज्जैन में शिप्रा नदीं में बीते 25 दिनों से विस्फोट हो रहे हैं। अब इनके कारणों को लेकर जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने एक रिपोर्ट तैयार कर ली है। मिली जानकारी के मुताबिक इस रिपोर्ट में अब तक विस्फोट होने के कारणों को लेकर कुछ स्पष्ट नहीं किया गया है। लेकिन हाँ प्रदूषण और दूसरे कारणों से विस्फोट होने का अंदेशा जरूर जताया गया है। वहीं जियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया ने ओएनजीसी को इस पूरे मामले में अच्छे से जांच करवाने के लिए कहा है।

जी दरअसल जीएसआई की टीम का कहना है कि, 'किसी तरह की गैस का अंदेशा नहीं है ,लेकिन दूसरे इलाकों की तरह यहां भी विस्फोट में मेथेन या इथेन गैस की भूमिका हो सकती है।' इसके अलावा जीएसआई की टीम ने यह भी आशंका जताई है कि, 'शिप्रा नदी में रोज बहाई जा रही पूजन सामग्री भी घटना की वजह हो सकती है।' कहा जा रहा है विस्फोट के कारणों का पता लगाने के लिए जीएसआई की टीम ने प्रशासन से और बेहतर मॉनिटरिंग करने का आग्रह किया है। इसके अलावा नदी में बहाई जाने वाली सामग्री पर रोक लगाने की भी राय दे दी गई है।

आप सभी जानते ही होंगे शिप्रा नदी में बीते महीने की 26 फरवरी से ही लगातार छोटे-छोटे धमाके हो रहे हैं। इसके अलावा आग लगने की घटनाएं भी लगातार हो रही हैं। इन सभी के अलावा 6 और 7 मार्च के जो धमाके नदीं में हुए वो काफी भयानक थे। इन्ही को ध्यान में रखते हुए जांच की गई है। बीते दिनों तो इन धमाकों के वीडियों भी सोशल मीडिया पर बहुत तेजी से वायरल हुए थे। वीडियो में देखा गया था शिप्रा नदीं में हुए धमाके इतने तेज थे कि विस्फोट होने के बाद करीब 7 फीट तक पानी हवा में उछला और काफी देर तक पानी से धुंआ भी निकलता रहा।

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