भोपाल: मध्य प्रदेश के अन्नदाताओं के लिए खुशखबरी है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शरबती गेहूं का रकबा बढ़ाने के आदेश दिए है तथा बोला है कि शरबती गेहूं मध्यप्रदेश की पहचान है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इसका क्षेत्र बढ़ाने की कोशिश कीजिए। कृषि के क्षेत्र में स्टार्टअप को बढ़ावा दें। ''एक जिला-एक उत्पाद'' योजना में बेहतर कार्य करें। किसान-कल्याण एवं कृषि विकास विभाग की समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि फसलों के विविधीकरण को बढ़ावा देने, जैविक और प्राकृतिक खेती और मोटे अनाज को बढ़ावा, कृषि निर्यात को बढ़ावा तथा कृषि में आधुनिक तकनीकी का इस्तेमाल करने के निर्देश दिए है। Koo App मंत्रालय में कृषि मंत्री श्री कमल पटेल जी एवं वरिष्ठ अधिकारियों के साथ किसान कल्याण एवं कृषि विकास विभाग की समीक्षा बैठक। View attached media content - Shivraj Singh Chouhan (@chouhanshivraj) 4 Jan 2022 मुख्यमंत्री शिवराज ने कहा कि राज्य में खाद की कोई कमी नहीं हो। अगले वर्ष के लिए भी अभी से प्लान कर लें। मांग आधारित कृषि को बढ़ावा दें। प्राकृतिक खेती को बढ़ावा दिया जाये। देश एवं धरती को बचाने के लिए जैविक खेती आवश्यक है। जैविक खेती में मध्यप्रदेश भारत में नम्बर एक है। इसे बनाये रखने की आवश्यकता है। गौ-शालाओं का संचालन व्यवस्थिति तरीके से हो। गौ-शालाओं को आत्म-निर्भर बनाया जाये। गोबर, गौ-मूत्र से कई उत्पाद बन रहे हैं। गाय के गोबर तथा गौमूत्र के नये-नये परीक्षण करें। गो-वंश के संरक्षण के लिए कमी नहीं रहे। ‘लड़की हूं लड़ सकती हूं’ के चक्कर में खतरे में पड़ी लड़कियों की जान, कांग्रेस बोली, 'वैष्णो देवी में भी...' केरल भाजपा ने नेता की हत्या की एनआईए जांच की मांग की अनिल देशमुख के खिलाफ ED ने दायर की 7000 पन्नों की चार्जशीट, इन लोगों के नाम आए सामने