कोरोना में रोजगार खोने वाले मजदूरों को सरकार देगी 5,000 रुपये की मदद

गोवा कैबिनेट ने बुधवार को असंगठित इलाकों के ऐसे मजदूरों को 5,000 रुपये की एकमुश्त वित्तीय मदद देने की योजना को अनुमति दी, जिन्हें कोरोना महामारी के चलते आजीविका खोनी पड़ी है। सीएम प्रमोद सावंत ने कैबिनेट की बैठक के पश्चात् संवाददाताओं से कहा कि इस योजना के दायरे में 25 हजार से 30 हजार लोग सम्मिलित होंगे, जिनकी आजीविका महामारी से प्रभावित हुई है। उन्होंने बताया, एक साधारण फॉर्म भरने के पश्चात् उन्हें 5,000 रुपये की एकमुश्त वित्तीय मदद दी जाएगी।

उन्होंने बताया कि इस स्कीम में ऑटो-रिक्शा चालक, टैक्सी ऑपरेटर, तमाम पंचायतों में पंजीकृत संविदा कर्मचारी तथा राज्य समाज कल्याण विभाग के पारंपरिक कारोबारों के तहत सूचीबद्ध कर्मचारी सम्मिलित होंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कोरोना संकट में कितने प्नवासी श्रमिक अपने घरों को लौटे, कितनों की मार्ग में मौत हुई। इसपर केंद्र सरकार ने पहले बताया कि कितने श्रमिकों की मौत हुई इसका डाटा हमारे पास नहीं है। मगर फिर बाद में संसद में आंकड़े पेश किए गए, जिन आंकड़ों के मुताबिक, एक करोड़ से ज्यादा प्रवासी मजदूर लॉकडाउन के कारण अपने घरों को लौट गए तथा 9 सितंबर तक कुल 97 श्रमिकों की मौत हुई थी

वही देश में जानलेवा कोरोना संक्रमण की गति अब धीमी पड़ रही है। देश में बीते 24 घंटों में कोरोना के 39 हजार 796 नए केस सामने आए हैं। वहीं, 723 संक्रमितों की मौत हो गई। महाराष्ट्र में कोरोना के 9,336 नए केस आने के साथ ही प्रदेश में अभी तक कोरोना संक्रमण से संक्रमित हुए व्यक्तियों का आंकड़ा बढ़कर 60,98,177 हो गया है। संक्रमण से 123 व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में महामारी ने अभी तक कुल 1,23,030 व्यक्तियों की जान चली गई है।

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