अपनी पार्टी बिखरने पर गुलाम नबी आज़ाद ने दी पहली प्रतिक्रिया, जानिए क्या कहा ?

श्रीनगर: जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम और डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी (DPAP) के राष्ट्रीय अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने अपनी पार्टी के नेताओं के साथ छोड़ने पर पहली बार प्रतिक्रिया दी है। आज़ाद ने कहा है कि जब तक वोटर्स उनके साथ है, उन्हें किसी बात की चिंता नहीं है। आज़ाद ने कहा कि वह कांग्रेस छोड़कर जम्मू-कश्मीर की जनता की दुर्दशा देखने के बाद यहाँ आए हैं। वह किसी भी नेता के भरोसे पर नहीं हैं। 

उन्होंने कहा कि, इस बात की कोई चिंता नहीं है कि 10-12 नेता दिल्ली (कांग्रेस में) चले गए हैं। जब तक आप मेरे साथ हैं, तब तक कोई चिंता नहीं है। आप ही नेता बनाते हैं। पार्टियां भले ही उन्हें टिकट देती थी, मगर जिताते आप ही थे। श्रीनगर में पार्टी के एक कार्यक्रम के दौरान आजाद ने कहा कि, टिकट देने वाले और जिताने वाले एक साथ आ गए हैं। अब देखना है आप कितने लोगों को जिताते हैं। गुलाम नबी आजाद की यह टिप्पणी कई नेताओं के कांग्रेस में घर वापसी करने की खबरों की बीच आई है। बता दें कि, शुक्रवार (6 जनवरी) को जम्मू-कश्मीर के पूर्व डिप्टी सीएम तारा चंद सहित 17 नेता वापस कांग्रेस में चले गए हैं। गुलाम नबी आजाद के कांग्रेस छोड़ने के बाद ये नेता उनके साथ आ गए थे, मगर दो माह में ही उन्होंने घर वापसी कर ली। 

इस पर आजाद ने कहा कि जिन लोगों ने पार्टी छोड़ी है, उन्हें बेहद बुरे हालात का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि, मैं जम्मू-कश्मीर के लोगों की दिक्कतें देखकर लौटा हूं। गरीबी और बेरोजगारी से लड़ने के लिए आया हूं। कांग्रेस से अपना 50 साल पुराना रिश्ता तोड़ने वाले आज़ाद ने कहा कि, यहां के लोग खौफ के साए में जी रहे हैं। सियासी दल लोगों के हित की बात नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि देश के हर कोने में जाकर उन्होंने लोगों की सहायता की  है। उन्होंने कहा कि अपनी हिम्मत और प्रभाव से वह लोगों की मदद करने को पूरी तरह तैयार हैं। 

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