बढ़ती हुई आबादी की चिंता के कारण फ्रांस के शोधकर्ताओं ने एक शानदार हल निकाल लिया है जिसके तहत अब तैरने वाले शहर का निर्माण किया जाएगा. शोधकर्ताओं ने प्रशांत महासागर में इस तैरते हुए शहर का निर्माण करने के बारे में सोच लिया है. वहीं अब शोधकर्ताओं और फ्रांस सरकार के बीच हुई बातचीत में दक्षिण प्रशांत महासागर में विश्व के पहले तैरते हुए शहर का निर्माण फ्रांस की सरकार करने जा रही है. फ्रांस सरकार इस काम की जहाँ तारीफ हो रही है वहीं इसकी आलोचना भी हो रही है. फ्रांस अगर यह काम कर लेता है, तो ग्लोबल लेवल में फ्रांस के लिए यह एक बड़ी सफलता ही होगी. बता दें कि दक्षिणी प्रशांत महासागर में 118 द्वीपों का एक समूह है और जलस्तर बढ़ने से इन द्वीपों में डूबने का खतरा निरंतर बढ़ता जा रहा है जिसको ध्यान में रखते हुए फ्रांस सरकार इन द्वीपों के आस-पास ऐसे शहर बनाने की तैयारी कर रहे है जो समंदर में तैरते रहेंगे. फ्रेंच सरकार ने इस निर्माण की पूरी रूप रेखा तैयार कर ली है और वर्ष 2020 तक यहां लगभग 250 से 300 लोग बसाने का प्रावधान भी बना लिया है. सरकार ने इस काम के लिए भविष्य का जो प्लान तैयार किया है उसके अनुसार 2050 तक यहाँ पर हजारों ऐसे घर बनाए जाएंगे. वहीं इस शहर के बारे में एक और महत्वपूर्ण बात जो शोधकर्ताओं ने बताई है, एक बार यहाँ पर निर्माण कार्य शुरू होने के बाद 100 साल तक इस पर किसी तरह का निर्माण नहीं किया जा सकेगा. वहीं सरकार के अनुसार इस शहर में वो खेती, स्वास्थ्य, शिक्षा, बिजली जैसी वो सभी सुविधाएं होगी जो लोगों को जमीन पर बसे शहर में मिलती है. मासूम बेटी को सिगरेट पिलाता हुआ बाप,अब होगी जेल OMG! घर-घर जाने के कारण 65 बच्चों का बाप बन गया यह शख्स यहाँ महिलाओं ने किया वो काम जो आजादी के बाद से अधूरा था