कोरोना वायरस के भय में इस बीमारी के शिकार न हो जाए आप

भारत में वायरस की वजह से इन दिनों अधिकतर लोग दहशत में आकर वही कर रहे हैं, जो नहीं करना है. जैसे, सोशल मीडिया, न्यूज चैनलों पर नजरें गड़ाए रखना और कोरोना वायरस से जुड़ी चर्चा करते रहना. अपनी दिनचर्या को ताकि पर रख भविष्य में आने वाले अनजाने खतरे और बुरी आशंकाओं में झूलते रहना. अत्याधिक राशन, दवा आदि की खरीदारी करना. ये सब ‘फीयर साइकोसिस’ के संकेत हैं.

डर बीमार बना सकता है

आप छोटी सी बात को बड़ा बनाकर देखने के आदी होते जाएंगे.

लंबे समय तक यह स्थिति बनी रहे तो अवसाद की संभावना बढ़ सकती है.

डर लंबे समय तक बना रहे तो स्ट्रेस हार्मोन कॉर्टीसोल बढे़गा. यही स्थिति बनी रहेगी तो 

ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल असामान्य होने का खतरा रहेगा. इससे हाइपरटेंशन और दिल के मरीजों को नुकसान होगा.

याद रहे

इस समय योग बड़ी राहत दे सकता है.

आमने-सामने न मिलें. फोन या वाट्सएप पर संपर्क कर सकते हैं.

आपको लग रहा है कि परेशानी अधिक बढ़ रही है तो किसी काउंसलर, जानकार परिचित से जरूर शेयर करें.

अल्कोहल और धूमपान का सेवन करते हैं तो यह जान लें कि ये डर को और बढ़ाते हैं न कि कम करते हैं. 

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, लोग इन दिनों आक्रामक और भयभीत हो रहे हैं तो इसका कारण समाचार माध्यमों को अधिक समय देना है. बेहतर होगा कि अधिक समय परिवार को दें और बस अपडेट होने के लिए मीडिया या सोशल मीडिया की ओर जाएं.

सऊदी अरब में कोरोना से पहली मौत, 300 से अधिक संक्रमित

कोरोना: पाक के 7 मौतों में मचा हाहाकार, संक्रमित लोगों की संख्या एक हज़ार

नीचता पर उतरा पाक, साजिश के तहत PoK में शिफ्ट किए 200 'कोरोना' मरीज

Related News