हरिद्वार महाकुंभ पर मंडराया कोरोना का काला साया, विशेषज्ञों ने चेताया

देहरादून: उत्तराखंड सरकार द्वारा हरिद्वार महाकुंभ में पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए सभी कोरोना प्रतिबंधों को हटाए जाने को लेकर विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि धार्मिक कार्यक्रम कोरोना की ताजा लहर में संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकते हैं। दरअसल, उत्तराखंड के सीएम तीरथ सिंह रावत ने ऐलान किया है कि आयोजन के दौरान कोविड-19 की नेगेटिव रिपोर्ट लाना अनिवार्य नहीं होगा। 

सीएम रावत ने मीडिया को बताया कि, “भक्तों को डर था कि यदि उनकी कोविड-19 रिपोर्ट नेगेटिव नहीं होगी तो उन्हें प्रवेश करने की इजाजत नहीं दी जाएगी। इस पर, मैंने कहा कि रिपोर्ट की आवश्यकता नहीं है। उन्होंने कहा- लगभग 32-33 लाख भक्त पहले 'शाही स्नान' में भाग लेकर शांति से अपने घर के लिए रवाना हुए हैं"। वहीं, हाल में इस्तीफा दे चुके पूर्व सीएम त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच राज्य सरकार को सतर्क रहने की आवश्यकता है। 2021 में सबसे अधिक संक्रमण के 25,000 केस रविवार को दर्ज किए गए हैं, इसलिए हमें कुंभ के आयोजन में अधिक सतर्क रहने की आवश्यकता है।

पहाड़ी राज्य में दैनिक कोविड -19 मामलों की तादाद पिछले एक हफ्ते में लगातार बढ़ रही है। सोमवार को, राज्य में 52 कोविड -19 मामले सामने आए हैं। बता दें कि 11 मार्च को, महाशिवरात्रि के मौके पर महाकुंभ में पहले "शाही स्नान" के दिन, उत्तराखंड सरकार ने यहां प्रवेश के लिए अनिवार्य कोविड-नेगेटिव प्रमाण पत्र की शर्त को हटा दिया है। इस आयोजन में शामिल होने वाले लोगों की तादाद कोविड-19 प्रतिबंधों के साथ आयोजकों की अनुमानित संख्या से लगभग तीन गुना ज्यादा थी।

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